नई दिल्लीः केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), एमओएस पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री के.जे.अल्फोन्स के साथ आज यहां बैठक की। इस बैठक के दौरान, पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन विकास के लिए प्राथमिकता पर नई परियोजनाओं के प्रस्तावों पर चर्चा की। यह बैठक पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए निरंतर अंतर-मंत्रालयी चर्चाओं का हिस्सा है।
बैठक के बाद, डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में ऐसी परियोजनाओं के लिए उच्च निधि आवंटन और विशेष पैकेज के लिए वित्त मंत्रालय से सिफारिश की है। मंत्री महोदय ने कहा कि उत्तर-पूर्व विशेष बुनियादी ढांचा विकास योजना (एनईएसआईडीएस) के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल आपूर्ति, बिजली, कनेक्टिविटी से संबंधित भौतिक आधारभूत सरंचना की परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की केंद्रीय और राज्य सरकारों की मौजूदा योजनाओं से अधिक होगा। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के तहत, थीम आधारित क्षेत्रीय पर्यटन सर्किट को बढ़ावा देने के लिए काम चल रहा है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत कुछ नई पहलों के लिए वित्त पोषित कार्यों के बारे में बताते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि सिक्किम में नाथू ला को मानसरोवर यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के अनुकूल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि असम में लोकप्रिय पर्यटक केन्द्र माजुली द्वीप में ऐसी पर्यटक सुविधाएं विकसित की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन में कनेक्टिविटी में वृद्धि देखी गई है जिसमें रोजगार पैदा करने की अत्यधिक क्षमता है।
पर्यटन मंत्री श्री अल्फोन्स ने कहा पर्यटन के विकास और पूर्वोत्तर क्षेत्र में नए पर्यटक केन्द्रों की पहचान करना उनके मंत्रालय की प्राथमिकता है और इस कार्य के लिए धन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है जो फिल्म की शूटिंग के स्थल के अनुकूल हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि यह क्षेत्र दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण हो सकता है। पर्यटन मंत्रालय पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के मार्गों को बढ़ावा देने के लिए समर्थन प्रदान करेगा। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के सचिव श्री नवीन वर्मा और दोनों मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।