लखनऊः मूल्य समर्थन योजना के तहत रबी विपणन वर्ष 2019-20 में25 जून, 2019 को गेहूँ खरीद समाप्त हो चुकी है। इस क्रय सत्र में 6796 क्रय केन्द्रों के माध्यम से 753145 किसानों से 37.02 लाख मी0टन गेहँू खरीद की गयी एवं रू0 6885.99 करोड़ 72 घण्टे के अन्दर कृषकों को आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से भुगतान कराया गया।
यह जानकारी खाद्य आयुक्त श्री आलोक कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि गत रबी विपणन वर्ष 2018-19 में 52.92 लाख मी0टन एवं गेहूँ खरीद सत्र 2017-18 में 36.99 लाख मी0टन गेहूँ की खरीद की गयी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष गेहूँ खरीद में खाद्य विभाग के पोर्टल पर कृषक के खतौनी एवं बैंक खाता के आधार पर पंजीकरण कराया गया तथा पंजीकृत कृषकों से आॅनलाइन खरीद की गयी तथा 100 कुं0 से अधिक विक्रय करने वाले किसानों का राजस्व विभाग के भू-लेख पोर्टल के माध्यम से सत्यापन कराया गया। इसके अलावा लघु एवं सीमान्त कृषकों को सुविधा प्रदान करने के लिए सप्ताह में 02 दिन आरक्षित रखे गये थे तथा महिला कृषकों से खरीद वरीयता के आधार पर कराई गयी।
खाद्य आयुक्त ने बताया कि क्रय केन्द्रों पर गेहूँ विक्रय करने वाले समस्त कृषकों को उतराई, सफाई एवं छनाई के मद में रू0 20 प्रति कुं0 राज्य सरकार द्वारा आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से समर्थन मूल्य के अतिरिक्त भुगतान कराया गया। काॅलसेन्टर 1800-1800-150 पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध रूप से कराया गया। गेहूँ खरीद में सतत निगरानी एवं निरीक्षण कराये गये, जिसमें अब तक गेहूँ क्रय में अनियमितता बरतने हेतु 732 कार्यवाहियाँ की गयी, जिसमें से 20 निलम्बन, 44 प्रतिकूल प्रविष्टि, 22 प्रथम सूचना रिपोर्ट सम्मिलित हैं।