नई दिल्ली: प्रियंका गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान सरकारी बंगले का किराया कम करने की अपील की
थी। जानकारी के मुताबिक, एक आरटीआई के जरिए यह खुलासा हुआ है कि प्रियंका को 2765.18 स्क्वॉयर मीटर में फैले लुटियंस जोन के बंगले का किराया 53,421 रुपए महीना देने को कहा गया था। लेकिन उन्होंने 8,888 रुपए महीना ही दिया।
प्रियंका ने सरकार से कहा था कि इतना बड़ा अमाउंट देने की उनकी हैसियत नहीं है। नोएडा के देवाशीष भट्टाचार्य ने अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री से यह जानकारी मांगी थी। फिलहाल, प्रियंका लोधी स्टेट के टाइप ङ्कढ्ढ सरकारी बंगले में रहती हैं। इसके लिए वे हर महीने 31,300 रुपए चुकाती हैं।
आरटीआई के मुताबिक, 7 मई 2002 को सरकार को लिखे एक लेटर में प्रियंका ने कहा था कि 53,421 हजार रुपए हर महीने देना उनकी हैसियत के बाहर है क्योंकि यह बहुत ज्यादा है। प्रियंका ने ये भी कहा था कि उन्होंने यह बंगला एसपीजी की रिक्वेस्ट पर लिया है और इसके बड़े हिस्से पर एसपीजी ही काबिज है। वे तो पूल हाउस में रहती हैं।
पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल, ऑल इंडिया एंटी-टेरेरिस्ट फ्रंट के नेता एमएस. बिट्टा भी इसी तरह के बंगलों में रहते हैं। इन लोगों को यह बंगले सिक्युरिटी की वजह से दिए गए हैं। माना जाता है कि गिल और बिट्टा भी उतना ही किराया देते हैं जितना प्रियंका गांधी दे रही हैं।