लखनऊ: उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में भिक्षावृत्ति करने वालो के व्यापक पुनर्वासन हेतु विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाये और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए उन्हें लाभान्वित किया जाये यदि भिक्षावृत्ति करने वाला कोई रोजगार करना चाहता है तो उसे प्रशिक्षण दिलाया जाये और रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिलाने के उपरान्त उन्हें ऋण भी उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाय।
यह बातें श्री शास्त्री ने आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि भिक्षावृत्ति से जुड़े लोगों को कौशल विकास प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करायी जानी चाहिए जिससे वह लोग समाज की मुख्य धारा से जुड़ते हुए सम्मान से अपना जीवन-यापन कर सकेें। उन्होंने यह भी कहा कि भिक्षावृत्ति मंें लगे व्यक्तियों की समस्याओं का समाधान निरन्तर किया जाना चाहिए।
श्री शास्त्री ने कहा कि भिक्षावृत्ति करने वालो के पुनर्वास हेतु राष्ट्रीय अभियान के तहत पहले चरण में 10 शहरों को चुना गया है, जिसमें दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, नागपुर, पटना, इंदौर तथा लखनऊ भी शामिल है।
श्री शास्त्री ने कहा कि भिक्षा मांगने में लगे व्यक्तियों के सर्वे का कार्य भी सही ढ़ंग से कराया जाना चाहिए। उन्होंने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाये। विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को उपलब्ध कराया जाये, इसका विशेष ध्यान रखा जाय।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, समाज कल्याण, श्री बी0एल0 मीणा, अपर निदेशक समाज कल्याण, श्री रजनीश चन्द्र, उप निदेशक समाज कल्याण, श्री कृष्णा प्रसाद सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित थे।