नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज अति सक्रिय शासन एवं समय पर क्रियान्वयन के लिए आईसीटी आधारित मल्टी-मोडल प्लेटफॉर्म ‘प्रगति’ के माध्यम से अपनी तीसरी बातचीत की अध्यक्षता की। आज की बातचीत की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि ‘प्रगति’ शासन के विभिन्न क्षेत्रों और महत्वपूर्ण परियोजनाओं के मामले में निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी ला रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘प्रगति’ के जरिए सृजित हो रहा समस्या निवारण और त्वरित क्रियान्वयन का जज्बा धीरे-धीरे शासन के सभी क्षेत्रों में नजर आने लगा है। आज अपनी समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्व सैनिकों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों के क्रियान्वयन की समीक्षा की। पूर्व सैनिकों से जुड़े महत्वपूर्ण मसलों जैसे कि पेंशन एवं अवकाश प्राप्त संबंधी लाभों में हो रहे विलंब के संबंध में ‘उदासीनता के माहौल’ पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को इस समस्या का निवारण जल्द करने के लिए इस ओर ज्यादा ध्यान देने का निर्देश दिया। सीजीएचएस (केन्द्र सरकार स्वास्थ्य सेवा) के तहत मुहैया कराई जा रही सेवा की गुणवत्ता की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री ने लंबित मुद्दों और शिकायतों के जल्द निपटारे के लिए संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, छत्तीसगढ़, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और उत्तराखण्ड समेत विभिन्न राज्यों में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचागत एवं उससे जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान सड़क एवं रेल की कनेक्टिविटी, पुलों, विद्युत पारेषण लाइनों, कोयला, परमाणु ऊर्जा और औद्योगिक बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की गई। इन समीक्षाओं के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात पर बार-बार जोर दिया कि केन्द्र एवं राज्यों के बीच बेहतर तालमेल से परियोजनाओं में विलंब और उनकी लागत वृद्धि को किस तरह टाला जा सकता है।
श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री की विशेष छात्रवृत्ति योजना के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की।