लखनऊः प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन के अवसर पर नगर विकास विभाग सेवा पखवाड़ा को स्वच्छता पखवाड़ा के रूप में मनाएगा, जो कि इस विभाग के लिए सौभाग्य की बात होगी। आने वाले 15 दिनों में सभी शहरों में साफ सफाई एवं स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा और 05 सूत्रीय कार्यक्रम बनाकर सभी नगरीय निकायों में वृहद स्तर पर विकास कार्य कराए जाएंगे। 15 दिनों के पश्चात 02 अक्टूबर से स्वच्छता पखवाड़ा के तहत ही सभी नगरीय निकायों व निकायीय अधिकारियों के कार्यों की रैंकिंग की जाएगी और इसी के आधार पर उनके आगे के कार्यों का मूल्यांकन भी किया जाएगा।
नगर विकास मंत्री श्री ए0के0 शर्मा जी आज सभी नगरीय निकायों के अधिकारियों,विभागीय प्रमुख सचिव, सचिवो, डायरेक्टर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी जलभराव की समस्या ना हो, जिससे कि आमजन को परेशानियां का सामना करना पड़े। उन्होंने खासतौर से लखनऊ व कानपुर के नगर आयुक्तों को जलभराव पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही जिला प्रशासन का सहयोग भी लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के क्षेत्रों में ज्यादा बरसात हुई है। अतः वहां के अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है कि जो भी आवश्यक हो समुचित करवाई की जाय।
श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि सभी नगरीय निकायों को गुड-टू -ग्रेट बनाने के लिए अब गंभीरता से कार्य करना होगा। इसके लिए 05 सूत्री कार्यक्रम के तहत कार्य करने को कहा गया है। पहला सभी नगरीय निकायों में सुबह 5रू00 बजे से साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने, वाणिज्य स्थानों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, सार्वजनिक स्थानों पर दो से अधिक बार भी सफाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी शहरों व कस्बों के गली एवम् मोहल्लों की भी समुचित साफ सफाई की जाए। दूसरा नगरीय निकायों के सभी चौराहों का सौंदर्यीकरण किया जाए। अविकसित चौराहो को विकसित कर सुंदरीकरण किया जाए। तीसरा शहरों व कस्बों के गंदे स्थानों, कूड़ा कचरा वाले स्थानों, खाली प्लाटों जोकि वानरेबुल गारवेज पॉइंट के रूप में चिन्हित हैं, ऐसे जगहों की साफ सफाई करवा कर वहां बागवानी, उद्यान, पार्क विकसित किए जाएं। चौथा नगरीय निकायों के अंतर्गत अविकसित/अधूरे पार्कों व उद्यानों को विकसित कर उनका सुंदरीकरण कराया जाए। पांचवा अमृत सरोवरों को पूर्ण रूप से विकसित कर आमजन के लिए उपयोगी बनाया जाए। इसके निर्देश दिए गए हैं।