नई दिल्ली: वाणिज्य मंत्रालय की ’12 चैंपियन सेक्टर पहल’ के तहत महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में निवती-मेधा तरंग-रोध या बांध (ब्रेकवाटर) बंदरगाह बनाने पर विचार किया जा रहा है। इस आशय की जानकारी केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने कोंकण क्षेत्र से महाराष्ट्र विधान परिषद के पूर्व सदस्य श्री राजन तेली के साथ बैठक के बाद दी। मंत्री महोदय ने उन्हें यह जानकारी दी कि इस संबंध में एक प्रस्ताव पहले ही महाराष्ट्र नौवहन बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है।
श्री सुरेश प्रभु ने संबंधित अधिकारियों को महाराष्ट्र नौवहन बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद इस ब्रेकवाटर बंदरगाह का निर्माण कार्य तेजी से करने का निर्देश दिया है।
इस तरह के बंदरगाह के अभाव में इस क्षेत्र के मछुआरों की वित्तीय स्थिति बिगड़ती जा रही है, क्योंकि वे पूरी तरह से समुद्री हालात की अनिश्चितताओं पर निर्भर हैं। ब्रेकवाटर बंदरगाह के बन जाने से मछुआरों को प्रतिकूल समुद्री हालत में भी मछलियां पकड़ने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही इस बंदरगाह पर क्रूज जहाजों के आने की अनुमति देने से पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही अन्य पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। मंत्री महोदय ने कहा कि इससे इस क्षेत्र के स्थानीय लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा।