लखनऊ: विश्व कुदस दिवस के अवसर पर, मजलिस उलेमा हिंद के बैनर पर इमामे जुमा मौलाना सैयद कलबे जवाद नकवी के नेतृत्व में इजरायली आतंकवाद और बैत-उल-मुकद्दस पर नाजायज़ इजरायली कब्जे के खिलाफ आस्फि मस्जिद में विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रर्दशन में फिलिस्तीनी मज़लुमों के समर्थन में नारे लगाये गये और इजरायल के आतंकवाद के खिलाफ विरोध जताया गया । प्रदर्शनकारी अपने हाथों में ऐसे प्ले कार्ड और तख़तियॉ लिये हुए थे, जिससे फिलिस्तीन में जारी इजरायली आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा ज़ाहिर हो रहा था। इस प्रर्दशन में डील ऑफ दी सेंचुरी का भी विरोध किया गया और कहा गया कि यह प्रोजेक्ट फिलिस्तीनियों के मौलिक अधिकारों के खिलाफ है।
प्रदर्शनकारियों को खिताब करते हुए, मौलाना सैयद कलबे जवाद नकवी ने कहा कि इजरायल और अमेरिका फिलिस्तीनियों को डील ऑफ सेंचुरी के माध्यम से उनके मौलिक अधिकारों को भी खतम करना चाहते है। इस्लामी देशों को एकजुट होकर डील ऑफ सेंचुरी का विरोध करना चाहिये ताकी डोनाल्ड ट्रम्प और इजरायल के मन्सुबे दुनिया के सामने ज़ाहिर हो सकें। मौलाना ने कहा कि मध्य पूर्व और फारिस की खाडी पर युद्ध के बादल मंडला रहे है, क्योंकि डील ऑफ सेंचुरी के मनसुबे को पुरा करने के लिए ईरान की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है, जिसके लिए ईरान के साथ एक नई जंग थोपने की कोशिश की जा रही है। मौलाना ने कहा कि सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों की खमोशी के आधार पर आज फिलिस्तीनियों पर जुल्म हो रहा है और यरुशलम पर इजरायल का ज़ालिमाना कब्ज़ा हो चुका है,अगर आज इसलामी देश एकजुट होकर इजरायली आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ बुलंद करें तो वो दिन दुर नही कि जब फिलिस्तीन आजाद होगा और बैत उल मुकद्दस मुसलमानों का होगा,चुंकि मुसलमानों में एकता नही है इस लिये हर महाज़ पर वो असफल हो रहे है।
प्रर्दशन के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, नितिन याहू और सऊदी तानाशाह मोहम्मद बिन सलमान की तस्वीरें जलाकर वरोध जताया गया। प्रर्दश्न के बाद संयुक्त राष्ट्र को पांच सूत्री ज्ञापन भी भेजा गया।
प्रदर्शन में मोलाना रज़ा हुसैन, मौलाना हैदर अब्बास रिज़वी, मौलाना मुस्तफा हुसैन नकवी असीफ जाईसी, मौलाना शबाहत हुसैन, मौलाना ज़व्वार हुसैन, मौलाना शाहनवाज हुसैन, मौलाना मजंर शफीई,मौलाना मोहम्मद इसहाक, मौलाना मोहम्मद सिब्तैन, मौलाना सरकार हुसैन, और अन्य ओलमा ने भाग लिया।
संयुक्त राष्ट्र से मांगे :
1-फिलिस्तीन में जारी इजराइली आतंकवाद पर रोक लगाई जाये।
2-बैत-उल-मुकद्दस मुसलमानों का पहला किब्ला है उसे आजाद किया जाये और डील ऑफ सेंचुरी को बातिल करार दिया जाये।
3-इजराइल को आतंकवादी देश घोषित करके उसपर मानव अधिकारों के उलंघन के मामले में अंतर्राष्ट्रीय अदालत में मुकदमा चलाया जाये।
4-यमन में जारी मानवता के नरसंहार पर रोक लगाई जाये।
5-हम अल-कुद्स को इजराइली राजधानी स्वीकार करने के अमरीकी फैसले की कड़ी निंदा करते हैं ओर मॉग करते है कि अल-कुद्स को मुसलमानों के हवाले किया जाये।