लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सरकार की ‘‘सबका साथ-सबका विकास’’ नीयत के अन्तर्गत प्रदेश का गरीब व्यक्ति आज अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले पा रहा है। इसके लिये प्रधानमंत्री जी द्वारा संचालित आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना अत्यन्त महत्वपूर्ण साबित हुई है। उन्होंने कहा कि असली मायने में गरीबों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में चलाई गई योजनाओं के माध्यम से ही प्राप्त हुआ है।
श्री सिंह ने आज महानगर स्थित गोल मार्केट में आयोजित जन औषधि दिवस समारोह में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र भारत सरकार की ओर से शुरू की गयी दवा-दुकानों की ऐसी श्रृंखला है, जिसमें जनसामान्य को उच्चगुणवत्ता की जेनरिक दवाईयां किफायती दामों में उपलब्ध करायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गरीब को सस्ती व गुणवत्तायुक्त दवाई मिले, इसके लिये प्रदेश में जन औषधि केन्द्र एक अभियान के तहत खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 794 और देश में 5000 जन औषधि केन्द्र संचालित हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जेनरिक दवाओं का उपभोग बढ़े, इसके लिये जनसामान्य के बीच इसका प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक करना होगा। उन्होंने कहा कि गरीबों को उत्तम स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने के लिये सरकार उनके निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के रूप में उच्चीकृत कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी मई माह तक 2000 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर क्रियाशील हो जायेंगे।