लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 के दृष्टिगत जनपदों में स्थापित किए गए इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता व क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनपद लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ व कानपुर नगर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इन जनपदों में मृत्यु दर में कमी लायी जाए। कोविड अस्पतालों में सीनियर डाॅक्टर्स राउण्ड लेते रहें। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। इस सफलता को हर हाल में बनाए रखते हुए संक्रमण को और कम करने के सक्रिय प्रयास निरन्तर जारी रखे जाएं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर, 2020 तक नवरात्रि के दौरान महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के दृष्टिगत पुलिस विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस अभियान के तहत शिक्षा, बाल विकास तथा महिला कल्याण विभाग को भी जोड़ते हुए कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर, 2020 तक स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन का एक विशेष अभियान चलाए जाने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके तहत कूड़े निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एन्टी लार्वा तथा चूने इत्यादि का छिड़काव हो। इससे डेंगू व अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी। उन्होंने स्वच्छता व सेनिटाइजेशन अभियान के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री जी ने सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत अन्तर्विभागीय समन्वय करते हुए जनपदों में सड़क व यातायात सुरक्षा के कार्यक्रम संचालित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर को वल्र्ड हैण्ड वाॅश डे होता है। इस सम्बन्ध में जागरूकता के लिए बेसिक, माध्यमिक, प्राविधिक एवं उच्च शिक्षा विभाग से समन्वय बनाते हुए कार्यक्रम किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किए जाने की कार्ययोजना बनायी जाए। उन्होंने इन्वेस्टर्स समिट के तहत हुए एम0ओ0यू0 तथा निवेश के सम्बन्ध में उद्यमियों व निवेशकों से संवाद व समन्वय बनाते हुए शीघ्र कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि तीन वर्गों के तहत निवेशकों से संवाद स्थापित किया जा रहा है। पहले वर्ग में वे निवेशक हैं, जिनकी परियोजनाओं का क्रियान्वयन अन्तिम चरण में है। दूसरे वह हैं जिनकी योजनाएं प्रक्रियाधीन हैं तथा तीसरा वर्ग उन निवेशकों का है जो प्रदेश में निवेशक के इच्छुक हैं।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, राहत आयुक्त श्री संजय गोयल, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।