कोटा: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी की शाम को सीआरपीएफ काफिले पर हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में राजस्थान के पांच जवान शहीद हुए हैं। शहीदों की पार्थिव देह शनिवार को उनके घरों में पहुंचेंगी। इधर, आतंकवाद के खिलाफ शहीद परिजनों के दिलों में जबरदस्त गुस्सा है।
राजस्थान के कोटा जिले के सांगोद के शहीद हेमराज मीणा की पत्नी ने सरकार से कहा है कि उसे पुलवामा हमले को लेकर सरकार की निंदा नहीं चाहिए। सरकार कुछ देना चाहती है तो बस इतना कर दें कि जिन आतंकवादियों ने उसका सुहाग उजाड़ा है, उनमें से एक भी जिंदा नहीं बचना चाहिए। उन सबकी लाशें बिछा दो। उन्होंने बुजुर्ग माता-पिता से उनका बेटा और मासूम बच्चों से पिता छीना है।
मीडिया रिपोर्टर्स के अनुसार पति हेमराज मीणा की शहदात की खबर मिलने के बाद रातभर हिम्मत दिखाने वाली वीरांगना मधू आखिर खुबह टूट गई और जब भी उसे होश आता है तब वह सिर्फ सरकार से यही मांग कर रही है कि जब तक आतंकवाद और आतंकियों को पनाह देने वाले आकाओं को मुंह तोड़ जवाब नहीं दे दो तब तक हमें मुंह मत दिखाना।
#JammuAndKashmir के #Pulwama में गुरूवार को हुए आतंकी हमले में #Rajasthan के पांच शहीदों के परिवार को 50 लाख रुपये तक नकद सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार ने शहीदों के परिजनों को देय सहायता एवं सुविधा पैकेज को संशोधित किया है।#RIPBraveHearts
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 16, 2019
शहीद हेमराज मीणा के दो बेटे हैं ऋषभ और अजय। दोनों बेटों के दिलों में भी जबरदस्त गुस्सा है। अजय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह बड़ा होकर इंडियन आर्मी में जाएगा और पापा की शहादत का बदला लेगा। वहीं ऋषभ ने कहा कि पापा कहते थे कि मैं अच्छे से पढ़ाई करूं। मैं उनका सपना करूंगा। पढ़ाई के पास पुलिस में भर्ती होकर देश के गद्दारों को सबक सिखाऊंगा। वहीं शहीद की बेटी रीना का कहना है कि देश के नेता कुछ नहीं करते। शहादत पर तो सब आंसू बहाने आते हैं। इसके बाद कोई भी नेता शहीद परिवारों की सुध नहीं लेता।
पुलवामा हमले में देश के 44 जवानों के साथ ही राजस्थान के भी पांच सपूत शहीद हुए हैं। इनमें कोटा के हेमराज मीणा के अलावा जयपुर के रोहिताश लाम्बा, धौलपुर के भागीरथ सिंह, राजसमंद के नारायण लाल गुर्जर, भरतपुर के जीतराम गुर्जर शामिल है। आतंकी हमले के खिलाफ पूरे राजस्थान में जबरदस्त गुस्सा है। लोग सड़कों पर उतर कर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी से पुलवामा हमले के बदले की मांग कर रहे हैं।
source: oneindia.com