पंजाब की नई सरकार अब चंडीगढ़ से नहीं, बल्कि सूबे के गांवों, वार्डों और मोहल्लों से चलेगी। यह बात शुक्रवार को नवनिर्वाचित 92 विधायकों की बैठक में भगवंत मान ने कही। उन्होंने विधायकों से कहा कि चंडीगढ़ में कम से कम रहना है। हमें उस इलाके में जाकर काम करना है, जहां से हमने वोट मांगे थे। अब किसी भी व्यक्ति को काम करवाने के लिए चंडीगढ़ नहीं बुलाना है। बल्कि उनके इलाके में जाकर वहीं पर काम करने हैं।
बैठक में भगवंत मान को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। शनिवार सुबह मान पंजाब के राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बैठक में भगवंत मान ने विधायकों को समझाया कि वह रोजाना 4-5 गांवों में अफसरों को साथ लेकर जाएं। वहां पर जाकर लोगों की दिक्कतों को सुनें और उनका मौके पर ही निपटारा करें।
लोग दफ्तरों और कचहरियों के चक्कर काटकर हार चुके हैं। लोगों के साथ किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं करना है। जो अफसर गांवों में नहीं जाना चाहते हैं, उन्हें चंडीगढ़ भेज दो। हमें पब्लिक का नौकर बनकर काम करना है, क्योंकि पूरे पंजाब को हमसे काफी उम्मीदें हैं। मैं काम के मामले में काफी सख्त हूं। सभी से विनती है कि सभी अपने काम को बढ़िया तरीके से करें।
पर्चे दर्ज नहीं करने, बल्कि काम करवाने हैं
भगवंत मान ने विधायकों को नसीहत दी कि उन्हें अहंकार नहीं करना है। हमें उन लोगों का भी सम्मान करना होगा, जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया। हम पंजाबियों के विधायक हैं। सरकार पंजाबियों ने बनाई है, सबके काम करवाने हैं। किसी पर पर्चे दर्ज करवाने के चक्कर में नहीं पड़ना है। बल्कि इलाकों में जाकर विकास के काम करवाने हैं।
मेरे लिए सभी एमएलए मंत्री की तरह हैं
भगवंत मान ने कहा कि सरकार में मंत्री तो केवल करीब 17 ही बनेंगे। लेकिन आप सभी एमएलए मेरे लिए मंत्री की तरह हैं। उन्होंने कहा कि हमें अस्पताल, बिजली, सड़क और इंडस्ट्री के क्षेत्र में काम करना है। कोई भी विधायक किसी के पास अपने काम को लेकर जा सकता है। यह काम पहल के आधार पर किए जाएंगे, क्योंकि यह सभी काम पंजाब की जनता से जुड़े हैं। हमें अपने काम महीनों या सालों में नहीं करने हैं, बल्कि यह सभी काम तय दिनों में ही करने हैं।
आम लोगों से आइडिया लें और अच्छी चीजें सीखें
भगवंत मान ने आखिर में कहा कि अच्छा आइडिया अगर आम लोगों या और कहीं से मिलता है तो उस पर जरूर काम करें। अगर हमें दिल्ली या मध्य प्रदेश से भी कुछ सीखने को मिलता है तो सीखेंगे। हमारे आइडिया को वहां की सरकारें फॉलो करेंगी। आम जनता के आइडिया सुनो। उसमें कुछ संशोधन करके हम उन्हें भी लागू करेंगे। उन्होंने कांग्रेस और अकाली दल के हारे नेताओं के नाम भी गिनाएं। उनका कहना है कि काम न करने की वजह से ये लोग हारे हैं।
सीएस और डीजीपी को किया तलब
विधायक दल की बैठक के नेता बनते ही भगवंत मान एक्शन में नजर आए। उन्होंने पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी वीके भावरा को तलब कर लिया। हालांकि उनके बीच किन मुद्दों को लेकर चर्चा हुई इसकी जानकारी नहीं मिल पाई।
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