पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर वकील डॉ. अनमोल रत्न सिद्धू को पंजाब का एडवोकेट जनरल (एजी) नियुक्त किया गया है। 1993 से डिप्टी एडवोकेट जनरल पंजाब के रूप में 2005 तक कार्य कर चुके डॉ. सिद्धू राज्य के जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों में सरकार का पक्ष मजबूती से रखते रहे हैं। डॉ. सिद्धू वर्ष 2007 में सीनियर एडवोकेट नामित होने के बाद वर्ष 2008 से 2014 तक भारत के सहायक सॉलिसिटर जनरल के रूप में कार्य कर चुके हैं।
नशे के आदी लोगों के पुनर्वास के लिए दान करेंगे वेतन
शनिवार को पंजाब के एडवोकेट जनरल नियुक्त होने के बाद उन्होंने वेतन के तौर पर केवल एक रुपया लेने का एलान करते हुए अपना वेतन नशे के आदी लोगों के इलाज के लिए दान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे ऐसे गांवों तक पहुंचकर एजी के तौर पर अपना वेतन नशे के आदी लोगों के इलाज और उनके पुनर्वास के लिए दान करेंगे। वे हलका मकबूलपुरा से विधायक जीवन जोत कौर (अमृतसर पूर्व) के नेतृत्व में यह शुरुआत करेंगे। वे अपने वेतन से केवल एक रुपया रखेंगे और बाकी राशि जीवन जोत कौर के सहयोग से गांव मकबूल पुरा की पंचायत को भेज दी जाएगी। गांव में अनेक विधवाएं और अनाथ बच्चे हैं, इसीलिए वे इस गांव से शुरुआत करेंगे।
आठ बार रह चुके हैं पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष
अनमोल रतन सिंह सिद्धू पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आठ बार अध्यक्ष रह चुके हैं। वह बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा के चेयरमैन भी रहे हैं। इसके अलावा वे पंजाब के एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद पर और केंद्र में कांग्रेस की सरकार के दौरान करीब दस साल तक सिद्धू असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल रह चुके हैं। नई सरकार के बनते ही चन्नी सरकार में रहे एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया ने इस्तीफा दे दिया था।
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