आजमगढ़: धनतेरस पर पूर्वांचल के बाजारों में धन की बारिश हुई। इस साल भी महंगाई के बावजूद धनतेरस बाजार झूम उठा। वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, भदोही, बलिया, आजमगढ़, सोनभद्र, मऊ, गाजीपुर और मिर्जापुर में सराफा, बर्तन, फर्नीचर और इलेक्ट्रानिक आइटमों की दुकानें, वाहनों के शोरूम दिनभर ग्राहकों से गुलजार रहे। इन बाजारों में लगभग 1400 करोड़ का कारोबार हुआ।
सराफा बाजार में सोना, चांदी और डायमंड की जमकर खरीदारी हुई। प्रमुख कारोबारियों की माने तो पिछले एक पखवारे से शुरू हुई बिक्री धनतेरस के दिन उफान पर रही। वाराणसी में अकेले धनतेरस पर एक ही दिन में सात अरब रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। पिछले साल धनतेरस पर बनारस में साढ़े पांच अरब से अधिक का कारोबार हुआ था।
चाहे सराफा बाजार हो या ऑटोमोबाइल्स सेक्टर, बर्तन बाजार की बात करें या इलेक्ट्रानिक सामान समेत अन्य की। रिकार्ड मांग और बिक्री का अनुमान कारोबारियों ने लगा रखी थी। यही कारण है कि कारोबारियों ने भरपूर स्टॉक भी कर लिया था।
वजह साफ है कि यहां पर विविध आइटमों की प्रमुख मंडियां और थोक बाजार होने के कारण पूर्वांचल व बिहार के समीपवर्ती जिलों के फुटकर कारोबारी भी जमकर खरीदारी करते हैं। स्थानीय ग्राहक हैं सो अलग से। चूंकि पहले से आर्डर ही नहीं बल्कि एडवांस बुकिंग भी शुरू हो गई थी। इसलिए थोक ही नहीं फुटकर कारोबार भी दमदार रहा।
इस बार भी गिफ्ट आइटमों में सोने के अलावा चांदी के नोटों, सिक्कों व मूर्तियों की डिमांड अधिक है। ज्वेलर्स भी इस गोल्डेन चांस को भुनाने में जुटे हुए हैं। शेयर मार्केट में विभिन्न कमोडिटी एक्सचेंजों के स्थानीय टर्मिनलों पर भी निवेशकों की भीड़ रही। सोर्स अमर उजाला