नई दिल्ली: रेलवे के बुनियादी ढ़ांचे को बेहतर करने और शहरों में भीड़भाड़ को कम करने में मदद करने के लिहाज से भारतीय रेल देश भर में कई कदम उठा रहा है।
इसी क्रम में उत्तर रेलवे ने मौजूदा रोहतक-गोहाना रेलवे लाइन को 4.8 किमी लंबे एलिवेटेड ट्रैक में बदल दिया है। उस लाइन पर काम लगभग पूरा हो चुका है और अगले तीन महीनों में उसे चालू कर दिया जाएगा।
रोहतक-गोहाना रेलवे लाइन शहर के बिल्कुल मध्य से गुजरती है। शहर की सीमा के भीतर इस लाइन पर चार स्तरीय क्रॉसिंग भी है। इससे शहर में यातायात के लिए काफी भीड़भाड़ हो जाती है क्योंकि लेवल क्रॉसिंग गेट अक्सर बंद रहते हैं। इससे रेल यातायात की गति भी प्रभावित होती थी। साथ ही सुरक्षा संबंधी खतरे एवं गाड़ियों की गति के प्रभावित होने के अलावा इससे सड़क पर आनेजाने वालों को भी काफी असुविधा हो रही थी।
अब ट्रैक को ऊंचा कर दिया गया है जिससे लेवल क्रॉसिंग खत्म हो गई है। यह रोहतक के लोगों के लिए एक बड़ी राहत होगी। इस लाइन के चालू होने से रेलवे को भी इस महत्वपूर्ण मार्ग पर ट्रेनों का निर्बाध परिचालन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। साथ ही इस सेक्शन में ट्रेनों की गति भी बढ़ाई जाएगी।
रेलवे और हरियाणा सरकार ने साथ मिलकर इस परियोजना पर काम किया है। इस पर कुल मिलाकर 315 करोड़ खर्च किए गए हैं जिसमें राज्य का योगदान 225 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही रोहतक के लोगों की एक लंबी मांग को रेलवे द्वारा पूरा कर दिया गया है।