हाल ही में पूरे देश में कोविड मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने विभिन्न रेलवे जोन और मंडलों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि आम लोगों के लिए रेलवे अस्पतालों और बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे के उपयोग को सुविधाजनक बनाया जाए। वर्चुअल माध्यम से आयोजित बैठक में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री वी के त्रिपाठी, बोर्ड के सदस्य, रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ सभी जोनल रेलवे/पीयू के महाप्रबंधक (जीएम) और मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) शामिल हुए।
समीक्षा बैठक में श्री वैष्णव ने कोविड तैयारी से संबंधित निम्नलिखित पहलुओं की जांच पड़ताल की
• रेलवे अस्पताल का बुनियादी ढांचा
• बाल चिकित्सा वार्ड में कामकाज
• टीकाकरण: रेलवे के कर्मचारी और उनके बच्चों का टीकाकरण और रेलवे के फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज देने का प्रावधान
• दवाओं की उपलब्धता, ऑक्सीजन की आपूर्ति, जिओलाइट स्टॉक और अन्य आवश्यक चिकित्सा सहायता और वेंटिलेटर की कार्यप्रणाली, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक और अन्य उपकरण जो कोविड उपचार में महत्वपूर्ण हैं
• ऑक्सीजन संयंत्रों को चालू करना (कुल स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्रों में से 78 पहले ही शुरू हो चुके हैं और 17 चालू होने बाकी हैं)
• जागरूकता पैदा करनाः
• रेलवे स्टेशनों पर मास्क लगाने, हाथों की सफाई और अन्य एहतियाती उपायों के बारे में बारंबार घोषणाएं करना
• रेलवे स्टेशनों पर बिना मास्क के लोगों के प्रवेश को रोकना या उन्हें हतोत्साहित करना
• मास्क पहनने और अन्य एहतियाती उपायों को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाना
• कोविड की वर्तमान स्थिति के दौरान आपात स्थिति में/के लिए विशेष स्टेशनों के संचालन और/या रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों/प्रवासियों की संख्या में अचानक वृद्धि की समीक्षा करना।