नई दिल्ली: राइट्स लिमिटेड, रेल मंत्रालय के अधीन अनुसूची ‘ए’ का मिनी रत्न उद्यम है। इसने वित्त वर्ष 2015-16 में 1294 करोड़ रुपये की सर्वाधिक कुल आय अर्जित की है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। इसने टैक्स के बाद 339 करोड़ रुपये की सर्वाधिक आय अर्जित की है, जबकि पिछले वर्ष में यह आय 306 करोड़ रुपये रही थी। राइट्स ने यह परिणाम घरेलू और विदेशी परामर्श कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद हासिल किए है। वर्ष के दौरान अपने वित्तीय परिणामों के आधार पर समझौता ज्ञापन कार्य प्रदर्शन में कंपनी को उत्कृष्ट रेटिंग प्राप्त होने की उम्मीद है। राइट्स ने कड़े मुकाबले के बावजूद परिवहन और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अपनी मुख्य स्थिति लगातार बरकरार रखी है। व्यापार में प्रगति और उत्कृष्ट वित्तीय परिणामों के कारण कंपनी इस वर्ष 136 करोड़ रुपये लाभांश का भुगतान कर रही है, जो कंपनी की पेड-अप शेयर पूंजी का 136 प्रतिशत है। किसी कंपनी द्वारा अभी तक भुगतान किया यह सबसे अधिक लाभांश है। कंपनी ने मौजूदा शेयरधारकों को प्रत्येक 2 शेयरों के लिए 1 शेयर के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने की भी घोषणा की है।
यह जानकारी कंपनी की 42वीं वार्षिक आम बैठक में राइट्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री राजीव मेहरोत्रा ने दी। रेलवे बोर्ड के रोलिंग स्टॉक सदस्य श्री हेमंत कुमार विशेष रूप से इस अवसर पर उपस्थित थे।
अपने भाषण में राइट्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने श्री राजीव मेहरोत्रा ने कहा है कि वर्ष के दौरान कंपनी की एक मुख्य उपलब्धी बांग्लादेश रेलवे के लिए ब्रॉड गेज आधुनिक यात्री डिब्बों का निर्यात रहा है। कंपनी को पिछले वर्ष 120 ब्रॉड गेज डिब्बों के निर्यात का आदेश प्राप्त हुआ था। राइट्स ने म्यांमार रेलवे को 18 एमजी डीजल विद्युत इंजनों की आपूर्ति के लिए एक अनुबंध हासिल किया था।
भारत में राइट्स ने अभी हाल में रेलवे मंत्रालय से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर डिविजन के पेंड्रा रोड-अनूप्पुर खंड में तीसरी लाइन तथा दक्षिण मध्य रेलवे के गुट्टी-धर्मावरम के दो प्रमुख परियोजनाएं हासिल की है। राइट्स डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, मेट्रो, उच्च गति रेल अध्ययनों, लॉजिस्टिक्स पार्कों, रेल बुनियादी ढांचे और हरित ऊर्जा जैसी बड़ी परिवहन परियोजना में भी शामिल है
रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निवेश के सकारात्मक परिदृश्य के कारण कंपनी को आने वाले वर्षों में उच्च विकास की उम्मीद है।