नई दिल्ली: रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज (i) हजरत निजामुद्दीन-पुणे के बीच नई एसी साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन (ii) दिल्ली–हावड़ा, दिल्ली-चेन्न्ई, दिल्ली-मुंबई तथा दिल्ली-सिकंदराबाद सर्किंटों में वैकल्पिक रेल आरक्षणों योजना विकल्प का विस्तार (iii) हैंड हेल्ड टर्मिनलों के माध्यम से अनारक्षित टिकटों की बिक्री की पायलट परियोजना (iv) ट्रैक गैंग, कीमेन तथा पेट्रोल मेन के लिए कर्मचारी परिस्थिति विज्ञान के अनुसार री-डिजाइन किये गये तथा अनुकूल उपकरणों की लांचिंग तथा (v) मानव रहित लेवल क्रासिंग पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए पायलट परियोजना का उदघाटन किया। श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज 23/5/2016 को मुंबई में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए इन कार्यक्रमों का उदघाटन किया। साथ-साथ समानांतर समारोह हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर हुआ जहां केंद्रीय विज्ञान एवं टेक्नॉलोजी तथा भू-विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन और रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा विशेषरूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर रेल बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए के मित्तल, मेम्बर ट्रैफिक मोहम्मद जमशेद, मेम्बर इंजीनियरिंग वी के गुप्ता, मेम्बर मेकैनिकल हेमंत कुमार तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। हजरत निजामुद्दीन-पुणे के बीच नई ट्रेन भारतीय रेल ने आज 12493/12494 हजरत निजामुद्दीन-पुणे एसी एक्सप्रेस साप्ताहिक (बजट 2014-15) रेल सेवा शुरू की। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने रिमोट झंडी दिखाकर इसे रवाना किया।
- 23 मई 2016 को उदघाटन सेवा का समय
02493 पुणे-हजरत निजामुद्दीन एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक)
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↓ | स्टेशन | ↑ | 02494 हजरत निजामुद्दीन-पुणे एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक) | ||
आगमन | प्रस्थान | आगमन | प्रस्थान | |||
– | 21.25 (मंगलवार) | प्रस्थान | पुणे | आगमन | 16.10 (मंगलवार) | – |
21.00 (बुधवार) | – | आगमन | हजरत निजामुद्दीन | प्रस्थान | – | 16.25 (सोमवार) |
- 31.05.2016 से 28.06.2016 के बीच
12493 पुणे-हजरत निजामुद्दीन एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक) | ↓ | स्टेशन | ↑ | 12494 हजरत निजामुद्दीन-पुणे एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक) | ||
आगमन | प्रस्थान | आगमन | प्रस्थान | |||
– | 05.15 (गुरूवार) | प्रस्थान | पुणे | आगमन | 21.25 (बुधवार) | – |
22.10 | 22.20 | आगमन/
प्रस्थान |
कोटा | आगमन/
प्रस्थान |
03.00 | 03.10 |
05.35 (शुक्रवार) | – | आगमन | हजरत निजामुददीन | प्रस्थान | – | 21.35 (मंगलवार) |
- 12493/12494 हजरत निजामुद्दीन-पुणे एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक) 01.07.2016 (नियमित सेवा)
12493 पुणे-हजरत निजामुद्दीन एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक) | ↓ | स्टेशन | ↑ | 12494 हजरत निजामुद्दीन-पुणे एसी एक्सप्रेस (साप्ताहिक) | ||
आगमन | प्रस्थान | आगमन | प्रस्थान | |||
– | 05.15 (रविवार) | प्रस्थान | पुणे | आगमन | 21.25 (शनिवार) | – |
22.10 | 22.20 | आगमन/
प्रस्थान |
कोटा | आगमन/
प्रस्थान |
03.00 | 03.10 |
05.35 (सोमवार) | – | आगमन | हजरत निजामुद्दीन | प्रस्थान | – | 21.35 (शुक्रवार) |
- गाड़ी चलने के दिन :एक्स–पुणे रविवार
एक्स-हजरत निजामुद्दीन शुक्रवार
- एक तरफ की दूरी : 1520 किमी.
- यात्रा समय
पुणे से हजरत निजामुददीन : 24 घंटे 20 मिनट
हजरत निजामुददीन से पुणे : 23 घंटा 50 मिनट
- औसत गति :
पुणे से हजरत निजामुद्दीन : 62.50 किमी. प्रति घंटा
हजरत निजामुद्दीन से पुणे: 64.00 किमी. प्रति घंटा
- ठहराव : कोटा, रतलाम, वड़ोदरा, सूरत, वापी, वसई रोड, कल्याण, लोणावाला
हजरत निजामुद्दीन और पुणे के बीच 7 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेन चलती हैं। इसमें एक जोड़ी दूरंतो एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है।
इस संबंध में निम्न सुधार किए गए हैं:
- ट्रैकमैन द्वारा वहन किए जाने वाले उपकरणों के वजन में अब कमी की गयी है। पहले यह 26 किलोग्राम होता था जिसे अब घटाकर 16 किलोग्राम कर दिया गया है। कई और अधिकतर उपकरणों के वजन को घटाया गया है। इससे साईट पर उपकरणों को ले जाने में ज्यादा आसानी होगी जिससे ट्रैकमैन की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।
- उपयुक्त डिजाइन और समीक्षा द्वारा, कीमेन बैग के उपकरणों का वजन 16 किलो से घटाकर लगभग 10 किलो कर दिया गया है। फिश बोल्ट स्पैनर में सुधार कर इसे कम कार्बन वनैडियम इस्पात का बनाया है जिसका वजन 3.3 किलो के पारंपरिक औजार के स्थान पर अब घटकर 1 किलो हो गया है। उपकरणों को ले जाने के लिए शोल्डर बैग में भी बदलाव किया गया है।
- पेट्रोल कर्मी के लिए, हैंड सिग्नल लैंप की जगह अब ट्राईकलर ट्रार्च और हैलमेट का इस्तेमाल किया जाएगा। साइट संरक्षण के लिए छोटी लाईट और बेहतर कर्मचारी नियुक्त हो चुके हैं।
मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर सुरक्षा
भारतीय रेलवे पर मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाली दुर्घटनाएं एक गंभीर चिंता का क्षेत्र रहा है। भारी मात्रा में इस तरह की ये दुर्घटनाएं होती हैं। पैरा 131, मोटर वाहन अधिनियम 1988 के आठवें अध्याय के अनुसार, सुरक्षित रूप से एक मानव रहित क्रासिंग पार करने की जिम्मेदारी पूरी तरह से सड़क उपयोगकर्ता के साथ निहित है। हालांकि बड़े पैमाने पर होने वाली इस तरह की घटनाएं बड़ी संख्या में सरकार के प्रति लोगों के विश्वास को कम करती हैं। सरकार को चाहिए की वह सुरक्षित सड़क और ट्रेन यात्रा प्रदान करे। हालिया वर्षों में इस तरह की कमियों को दूर करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हालांकि इन प्रयासों में अधिकतर श्रम शक्ति से संबंधित हैं। हाल के दौरान उठाए गए कदमों में नवीनतम प्रौद्योगिकी को अपनाने की कोशिश की गई है। अध्ययन के बाद निम्न दो उपायों की पहचान की गई है।
- a) रेडियो आवृत्ति पर आधारित तरीकों का प्रयोग करते हुए सड़क पर चलने वालों को जल्द आने वाली रेलगाडियों के बार में आगाह करना– लेवल क्रांसिंग की किसी एक ओर स्थित स्टेशन पर आने वाली ट्रेन के बारे में पता चलता है और इसके बारे में मानव रहित लेवल क्रासिंग को सूचना रेडियो संचार के जरिए भेजी जाती है। इन सिग्नलों को लेवल क्रासिंग द्वारा उपकरणों के माध्यम से लिया जाता है और एक चमकीले प्रकाश में परिवर्तित कर सड़क पर चलने वालों को आगाह किया जाता है।
- b) लेवल क्रासिंग पर अवरोध का संवेदन तथा ट्रेन चालकों के लिए दृश्य चेतावनी – मानव रहित क्रासिंग पर उपयुक्त सीसी कैमरों का उपयोग कर इन्हें इलेक्ट्रॉनिक निगरानी में रखा गया है। एप्लीकेशन को एक विशेष तरीके से बनाया गया है। यदि सामान्य यात्रा के समय से परे ट्रैक पर बाधा जारी रहती है तो चमकती पीली रोशनी चलती ट्रेनों के ट्रेन चालकों को दिखाई देगी जो आने वाली बाधा के बारे में आगाह कर करेगी।
पायलट कार्यान्वयन पूरा हो चुका है। अभी विस्तारित क्षेत्रों के परीक्षण का शुभारंभ किया जा रहा है।
हैंड-हेल्ड टर्मिनल के माध्यम से टिकटों की बिक्री (एचएचटी)
- माननीय रेल मंत्री ने ‘ऑपरेशन फाईव मिनट्स’ की घोषणा की थी। जिसका अर्थ था कि यात्रियों को पांच मिनट के भीतर टिकट मिल जाएगा। इस प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए रेलवे ने पहले से ही प्रचुर मात्रा में स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) लगा दी हैं और अनारक्षित टिकट जारी करने के लिए संचालित टिकट वेंडिंग मशीन (सीओटीवीएम) और कागज रहित मोबाइल फोन टिकटिंग की शुरुआत की है।
- थर्मल प्रिंटर के माध्यम से बार कोड यूटीएस टिकट की छपाई के लिए एक पायलट परियोजना भी शुरू की गई है।
- रेल मंत्री ने 2016-17 के बजट भाषण के दौरान ने उपनगरीय और छोटी दूरी के यात्रियों के लाभ के लिए हेंड-हेल्ड टर्मिनल के माध्यम से टिकटों की बिक्री शुरू करने की घोषणा की थी। इसका लक्ष्य यात्रियों के लिए प्रतीक्षा समय में कमी करना था।
- इस वादे को पूरा करते हुए आज एक पायलट परियोजना के रूप में हेंड-हेल्ड टर्मिनल के माध्यम से टिकटों की बिक्री शुरू की गई जिसे उत्तर रेलवे के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से शुरू किया गया।