देहरादून: डेंगू की रोकथाम के लिए आयोजित जनजागरूकता, कुपोषण निवारण तथा बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु भगत यिंह कालोनी में आयोजित विशेष स्वास्थ्य शिविर का शुभारम्भ स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी द्वारा किया गया।इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेगूं रोग को आम जन को बचाने के लिए मलिन बस्तियों में स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन किये जा रहें है, जिसके तहत कुपोषित बच्चों का परीक्षण तथा डेगूं टेस्ट परीक्षण भी किये जा रहे है। स्वास्थ्य मंत्री श्री नेगी ने कहा कि डेगूं का टीका नही है इस रोग से बचने का उपाय केवल जन जागरूकता है। उन्होनें आम जनमानस से अपील की, कि वे डेंगू की रोकथाम के लिए अपने लिए अपने घर एवं आस-पास पानी एकत्र न होने दें तथा पानी भरे गड्ढों को मिट्टी से भर दें तथा रूकी हुई नालियों को साफ कर दें। रूम कूलर एवं फूलदानों का सारा पानी सप्ताह में एक बार पूरी तरह खाली कर दें तथा सुखा कर भरें, पानी की टंकियों को पूर्णतः ढक कर रखें, जिससे मच्छर पानी में प्रवेश न कर सकें। शरीर पर ऐसे कपड़े पहने जिससे ज्यादा से ज्यादा शरीर ढका रहे। मच्छर से बचाने वाली क्रीम तथा मच्छरदानी का प्रयोग करें। उन्होने स्वैछिक संस्थाओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके योगदान की प्रशसां की तथा कहा कि हमारा जीवन अमूल्य है जिसके लिए हमको स्वंय चिन्ता करने की आवश्यकता है। उन्होने बताया कि डेगूं रोग की सम्भावना पर अपने आस-पास के स्वास्थ्य चिकित्सालय में जायें। उन्होने कहा कि प्रदेश में गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों को वेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश में 36 अरबन स्वास्थ्य सेन्टर स्थापित किये गये है। साथ ही मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत गरीबों को वेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाने के लिए प्रत्येक बी.पी.एल परिवार को एक वर्ष में सरकारी तथा निजी चिकित्सालय में 50 हजार रू0 तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है जिसका प्रिमियर भी सरकार वहन कर रही है। और इस योजना में यह धनराशि 1 से 2 लाख किये जाने का प्रस्ताव गतिमान है। उन्होने बताया कि इस योजना में स्वास्थ्य बीमा कार्ड न होने की दशा में वोटर आईकार्ड से भी इलाज किया जायेगा। उन्होने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में 30 चिन्हित रोगों में बच्चों को निःशुल्क उपचार की सुविधा भी दी जा रही है। उन्होने कहा कि आगंनबाडी केन्द्र तथा विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों को समस्त स्वास्थ्य सुविधा दी जायेगी। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव हेतु खुशियों की सवारी योजना संचालित है, जिसमें जच्चा बच्चा को निःशुल्क घर तक पंहुचाने की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। उन्होने कहा कि आज के स्वास्थ्य शिविर में क्षे. के 20 लोगों के डेंगू रेपिड टेस्ट किया गया है तथा किसी में भी डेगू के लक्ष्ण नही पाये गये।
इस अवसर पर संसदीय सचिव/विधायक रायपुर उमेश शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री का आभार बयक्त किया कि उनके नेतृत्व में आम जनमानस को वेहतर स्वास्थ्य सुविधाये उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होने प्रचार कार्यक्रम को अन्य बस्तियों में भी चलाने का आहवान किया।
इस अवसर पर संसदीय सचिव/विधायक राजपुर राजकुमार ने कहा कि डेगंू की रोक थाम के लिए जन जागरूकता की आवश्यकता है जिसके लिए व्यापक रूप से प्रचार प्रसार की आवश्यकता है तथा मलिन बस्तियों में इस तरह के जन जागरूकता कैम्प आयोजित कर आम जनता के इसके रोकथाम एवं बचाव से सम्बन्ध में जानकारी दी जाय । उन्होने कहा कि इसमें सभी की भागीदारी भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य सुश्री भूपेन्द्र कौर ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी व्यापक रूप से लोगों को डेगू के बारे में जागरूक कर रहा है तथा आज के शिविर में कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया है। उन्होने कहा कि इस तरह का स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन 13 सितम्बर को दून चिकित्सालय में भी किया जायेगा। उन्होने शिविर में उपस्थित महिलाओं से अपेक्षा की है कि सभी माताये अपने बच्चें को छः माह तक अपना दूध अवश्य पिलाये जिससे बच्चे का स्वास्थ ठीक रहेगा तथा वह कुपोषण से भी प्रभावित नही होगा। इस अवसर पर जिला सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग की सांस्कृतिक टीम द्वारा डेंगू रोकथाम विषय पर नृत्य नाटिका का मंचन किया गया।