नई दिल्ली: गृह राज्यमंत्री श्री हरीभाई प्रार्थीभाई चौधरी ने गुजरात में बाढ़ की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह से चर्चा की है। श्री चौधरी ने केन्द्र से गुजरात में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए बचाव दल सहित अधिकतम सहायता की मांग की है। उन्होंने गुजरात की मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदी बेन पटेल को केन्द्र से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया और केन्द्र और राज्य द्वारा बचाव अभियानों में और अधिक समन्वय करने के लिए कहा है। गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने और मौसम विभाग द्वारा इस क्षेत्र में अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी के मद्देनजर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने सुरक्षा उपाय अपनाते हुए महाराष्ट्र के पूणे शिविर से राहत और बचाव कार्य के लिए 21 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजी हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने गुजरात के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 510 प्रशिक्षित बलों और 57 रबड़ की नावों से लैस राहत और बचाव दल की 15 टीमें तैनात की हैं। सुइगाम तहसील में एक, दीसा तहसील में दो, हहरा में दो, बनासकांठा में दो, भुज में एक और अहमदाबाद में चार टीमें भेजी गयी हैं । उसके बाद भिसिनियां एयर-फिल्ड से दो टीमें गांधीनगर और दो टीमें पूणे हवाईअड्डे से अहमदाबाद भेजी गई हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने गुजरात के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 228 प्रशिक्षित बलों और 30 रबड़ की नावों से लैस राहत और बचाव दल की 6 टीमों की भी तैनाती हैं। इनमें झालावाड़ में एक टीम, जयपुर में एक, उदयपुर में एक और जालौर मे तीन टीमें भेजी गयी हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने अपने गाजियाबाद, अराकोणम और पुणे आधार शिविरो में छह अतिरिक्त टीमें भी तैयार रखी हैं ।
अब तक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने बनासकांठा जिले के वरूण गांव के 111 लोगों, छतारा गांव के 87 लोगों सहित 283 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पंहुचाया है।