केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (एमईआईटीवाई) राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने आज भारतीय उद्यमियों और स्टार्ट-अप के लिए अमृत महोत्सव ऐप इनोवेशन चैलेंज 2021 का शुभारंभ किया। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2022 तक एक नया आत्मनिर्भर भारत बनाने और भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को आज़ादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाने के विचार के अनुरूप है। राजेंद्र कुमार, अतिरिक्त सचिव, एमईआईटीवाई और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। आज लॉन्च किया गया इनोवेशन चैलेंज 2020 में आयोजित आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज की अगली कड़ी के रूप में है, जिसने 24 विजयी ऐप और 20 उम्मीदों पर खरे उतरने वाले ऐप को पहचानने में मदद की।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि आज और भविष्य के लिए नये हल तैयार करने, व्यापार करने और सेवाओं को प्रदान करने के पारंपरिक तरीके को पूरी तरह से बदलने में स्टार्टअप की भूमिका को देखते हुए, ‘अमृत महोत्सव ऐप इनोवेशन चैलेंज 2021’ नाम का ऐप इनोवेशन चैलेंज एक अच्छी तरह से विचार की गयी योजना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि स्टार्टअप, उभरते उद्यमी और युवा इसके प्रति आकर्षित होंगे और बड़ी संख्या में इस चैलेंज में भाग लेंगे, और हमारे पास कई चुनौतियों के समाधान मौजूद होंगे।
अनुमान है कि भारत में 50 करोड़ से अधिक लोग स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं और उनमें से तीन चौथाई ऑनलाइन हैं। भारतीय भी दुनिया में सबसे ज्यादा ऐप्स डाउनलोड करने वालों में शामिल हैं। इस विशाल बाजार में भारतीय इनोवेशन और तकनीकी दिग्गजों के लिए ढेर सारे अवसर हैं।
पिछले कुछ वर्षों में, विभिन्न क्षेत्रों में कई नए ऐप ने प्रवेश किया है और जिन्होंने बाजारोंमें अपनी पकड़ बना ली है, भले ही वो वह सोशल मीडिया में हो , मैसेजिंग, मार्केटिंग, परिवहन या फिर खानपान के क्षेत्र में हों। अमृत महोत्सव ऐप इनोवेशन चैलेंज में संस्कृति और विरासत की एक श्रेणी भी है जो उन ऐप्स को पहचानने में मदद करेगी जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को प्रदर्शित कर सकते हैं। पहचानी गयीं श्रेणियां इनोवेशन करने वालों और तकनीकी उद्यमियों को ऐसे हल तैयार करने का अवसर प्रदान करेंगी जो कि नये भारत के निर्माण में योगदान देने के लिये हैकथॉन, इनोवेशन चैलेंज और स्टार्टअप की भूमिका को लेकर माननीय प्रधान मंत्री द्वारा देखे गये दृष्टिकोण के अनुसार होंगे।
विभिन्न नकद पुरस्कारों और लीडर बोर्ड में जगह मिलने जैसे प्रोत्साहन के साथ ये इनोवेशन चैलेज एक ऐसा इकोसिस्टम बनाने का प्रयास करता है जहां भारतीय उद्यमियों और स्टार्ट-अप को ऐसे तकनीकी समाधानों का विचार करने, शुरुआत करने, निर्माण करने, विकसित करने और स्थिरता देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जो न केवल भारत के नागरिकों बल्कि दुनिया की भी सेवा कर सकते हैं ।
मेक इन इंडिया फॉर इंडिया एंड द वर्ल्ड- मंत्र
अमृत महोत्सव ऐप इनोवेशन चैलेंज 2021 को 16 श्रेणियों में शुरू किया गया है, जिसमें संस्कृति और विरासत, स्वास्थ्य, शिक्षा, सोशल मीडिया, उभरती हुई तकनीक, कौशल, समाचार, खेल, मनोरंजन, कार्यालय, स्वास्थ्य और पोषण, कृषि, कारोबार और रीटेल, फिनटेक, नेविगेशन एवं अन्य शामिल हैं।
प्रत्येक श्रेणी में कई उप श्रेणियां हो सकती हैं।
इनोवेशन चैलेंज https://innovateindia.mygov.in/ पर उपलब्ध होगा। आवेदन को जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2021 है। आवेदकों को अपने प्रस्तावों को जमा करने के लिये MyGov पोर्टल – www.mygov.in पर पंजीकरण और लॉग इन करके ऑनलाइन आवेदन करने की आवश्यकता है। हर श्रेणी के लिये निजी क्षेत्र और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों के साथ एक विशिष्ट निर्णायक समिति प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन करेगी। चयनित ऐप्स को पुरस्कार दिया जायेगा और नागरिकों की जानकारी के लिए लीडर बोर्ड पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। सरकार भी उपयुक्त पाये गये ऐप्स को अपनायेगी, और उन्हें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन देगी और सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पर सूचीबद्ध करेगी।
ऐप को परखने के लिये कुछ प्रमुख मापदंडों में इस्तेमाल में आसानी, ऐप की सक्षमता,सुरक्षा के उपाय, विस्तार किये जाने की संभावनाएं एवं पारस्परिक समन्वय शामिल है। साथ ही ऐप को लेकर अगले 5 साल का दृष्टिकोण भी प्रमुख मापदंड है क्योंकि प्रतिभागी उभरती तकनीकों और नये रुझानों को अपने ऐप में शामिल कर अपने आइडिये को आगे बढ़ा सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान अमृत महोत्सव ऐप इनोवेशन चैलेंज 2021 पर एक वीडियो और मंत्रालय की 7 साल की उपलब्धियों पर एक ई-बुक भी लॉन्च की गयी।
इस आयोजन के हिस्से के रूप में आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज 2020 के विजेताओं और राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर के बीच एक पारस्परिक संवाद का सत्र भी आयोजित किया गया था। आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज 2020 के विजेताओं जिनमें कुतुकी किड लर्निंग एप को बनाने वाले भरत बेविनाहल्ली रघुनाथ और स्नेहा कल्याणसुंदरम, हिटविकेट सुपरस्टार्स की डेवलपर कीर्ति सिंह; स्टेपसेटगो के डेवलपर शिवजीत घाटगे; चिंगारी के डेवलपर सुमित घोष और आदित्य कोठारी; कू ऐप के डेवलपर अप्रमेय राधाकृष्ण, और मैपमाईइंडिया ऐप के डेवलपर रोहन वर्मा ने माननीय मंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किये।