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राजेन्द्र गुप्ता साईकिल से 5 लाख 20 हजार किलोमीटर की धार्मिक यात्रा कर चुके, हरिद्वार नगरी में हुआ स्वागत

Rajendra Gupta virtuous cycle 5 lakh 20 thousand kilometers traveled, was welcomed in the city of Haridwar
उत्तराखंड

हरिद्वार: 28 वर्ष से लगातार धार्मिक यात्रा साईकिल पर सवार होकर कर रहे राजेन्द्र गुप्ता का हरिद्वार धर्मनगरी में जोरदार स्वागत किया गया। राजेन्द्र गुप्ता विभिन्न धार्मिक स्थलों पर साईकिल से 5 लाख 20 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं। राजेन्द्र गुप्ता अपना नाम गिनिज वल्र्ड बुक में दर्ज कराने का मंसूबा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। सुख समृद्धि की कामना व आपसी भाईचारे सौहार्द का संदेश लेकर वह विभिन्न राज्यों में साईकिल पर सवार होकर निकल पड़ते हैं। प्रतिवर्ष हरिद्वार धर्मनगरी से कावंड़ लेकर गंगाजल भरकर अपने गन्तव्य की ओर रवाना होते हैं। वह माता कांगड़ा श्री चामुण्डा, ज्वाला, चिन्तपूर्णि, माता नयना देवी, मंशा देवी आदि पर गंगाजल लेकर कई बार अपनी यात्रा को साईकिल से अंजाम दे चुके हैं। राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि साईकिल पर 13 बार बाबा अमरनाथ की यात्रा कर चुके हैं। साथ ही इलाहाबाद, काशी, रांची, गंगासागर, अजमेर, मथुरा वृंदावन, जगन्नाथ पुरी, तिरूपति बालाजी, कोलकाता, काली माता, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री जैसे कठिन धार्मिक स्थलों की यात्रा पूरी कर चुके है। 109 बार माता वैष्णों देवी की भी यात्रा अपनी इस दीर्घायु में कर चुके हैं। कांवड़ में जल भरकर अब वह 20 मई को 14वीं बार बाबा बर्फानी अमरनाथ की यात्रा करेगें। हरिद्वार से कांवड़ मंे जल भरकर वह भंटिडा के लिए रवाना हुए। राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि नीलकंठ के दर्शन कर वह अपने गन्तव्यों की ओर रवाना हो रहे है माता सभी के कष्टों को दूर करती है स्वतः ही दुर्गम क्षेत्रों की यात्रा भी आसानी से पूरी हो जाती है। माता के आशीर्वाद से उन्हें यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है। जगह-जगह विभिन्न जिलों व राज्यों मंे माता के भक्तों द्वारा उनका स्वागत भी किया जाता हैं। हरिद्वार धर्मनगरी आस्था का केन्द्र हैं। लाखों करोड़ों भक्त हरिद्वार गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। राजेन्द्र गुप्ता ने अपील करते हुए कहा कि गंगा को स्वच्छ निर्मल बनाये रखने में अपना सहयोग प्रदान करें। अनादि काल से मां गंगा हमारी आस्था की पहचान है। गंगा को स्वच्छ, निर्मल व प्रदूषण रहित मंे बनाने मंे सभी की सहभागिता होनी चाहिये।

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