चेन्नई: मशहूर अभिनेता और नेता रजनीकांत ने कहा है कि औरतों के साथ यौन शोषण के मामलों को उजागर करने का जरिया बना मीटू अभियान बहुत अच्छा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मीटू अभियान का गलत इस्तेमाल महिलाओं की ओर से नहीं होना चाहिए। वहीं केरल के सबरीमाला में जारी गतिरोध पर रजनीकांत ने कहा है कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें लगता है कि ऐसे मामलों में दखल नहीं दिया जाना चाहिए।
रजनीकांत ने कहा कि मीटू कैंपेन शानदार है लेकिन महिलाएं इसको लेकर ध्यान ना रखें कि इसका दुरुपयोग ना हो। तमिल गीतकार वीरामुथु पर मीटू के तहत लगे यौन शोषण के आरोपों पर रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने इन्हें नकारा है और अपने खिलाफ केस करने की बात आरोप लगाने वाली महिला को कही है। फिल्म ‘पेट्टा’ की शूटिंग से चेन्नई लौटे रजनीकांत ने शनिवार को ये बातें कहीं।
केरल के सबरीमाला मंदिर में सुप्रीम कोर्ट के सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के बाद इसको लेकर हो रहे विरोध पर रजनीकांत ने कहा है कि मंदिरों के मामले में हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। रजनीकांत ने कहा है कि एक मंदिर में लंबे समय तक परंपराओं के अलावा, सम्मानित अनुष्ठान होते हैं, मेरी राय यह है कि इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि अदालत के आदेश के बाद कुछ महिलाओं ने मंदिर के भीतर जाने की कोशिश की लेकिन विरोध के चलते वो प्रवेश नहीं कर सकीं। source: oneindia