देहरादून: सोमवार को बीजापुर हाउस में मुख्यमंत्री हरीश रावत की अध्यक्षता में राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, देहरादून व इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम, हल्द्वानी की गर्वनिंग बाॅडी की बैठक आयोजित की गई। दोनों निर्माणाधीन राष्ट्रीय खेल परिसरों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि निर्माण के बाद इन स्टेडियमों के रखरखाव व संचालन में कुशल व विशेषज्ञ संस्थाओं की सेवाएं ली जाएं। स्टेडियमों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह का मेकेनिज्म तैयार किया जाए कि निर्माण के बाद ये स्टेडियम अपनी संचालन व रखरखाव की लागत स्वयं निकाल सकें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि कार्ययोजना इस प्रकार से बनाई जाए कि इन स्टेडियमों का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित हो। इनके लिए आवश्यक अवशेष बजट उपलब्ध करवाया जाएगा। तय समय सीमा तक स्टेडियमों का निर्माण अवश्य पूरा कर लिया जाए। दोनो स्टेडियमों के लिए वित्त आदि की व्यवस्थायें वर्तमान वित्तीय वर्ष में कर दी जाए एवं इनके संचालन व अनुरक्षण हेतु नई शर्तो के साथ निविदायें आमन्त्रित कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की भी समीक्षा की। वित्त मंत्री डा.(श्रीमती) इंदिरा हृद्येश ने कहा कि कि हल्द्वानी स्थित परिसर में भारतीय ओलम्पिक संघ के साथ मिलकर खेल अकादमी हेतु स्थापित करने हेतु भी सम्भावनाएं तलाश की जाए। खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि ओ0एन0जी0सी0 के साथ स्टेडियम के सम्बन्ध में एक उच्चस्तरीय बैठक कर ली जाए एवं खेल परिसरों की संचालन की निरन्तरता बनाये रखने हेतु एक विस्तृृत रूपरेखा तैयार कर ली जाए।
सचिव खेल शैलेश बगोली ने बताया कि राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण नवम्बर 2016 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसकी कुल लागत 237 करोड़ 20 लाख रूपए सम्भावित है। इसके अंतर्गत आईसीसी के गाईडलाईन के अनुरूप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, स्टेट आॅफ आर्ट इंडोर आईस रिंक, ओलम्पिक साईज इंडोर स्विमिंग पूल, क्लब हाउस व व्यावसायिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। हल्द्वानी स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण अक्टूबर 2016 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसकी कुल लागत 192 करोड़ 75 लाख रूपए सम्भावित है। इसके अंतर्गत क्रिकेट स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम, स्विमिंग पूल आदि कार्य किए जा रहे हैं।