श्र०जी०: प्रदेश के राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी महाविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों को संविदा के आधार पर भरे जाने तथा सी0सी0आई0एम0 के मानक के अनुसार एम0बी0बी0एस0 डिग्रीधारक चिकित्सकों को अतिथि प्रवक्ता के रूप में रखे जाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई है।
ज्ञातव्य है कि प्रदेश में 08 राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय तथा 02 राजकीय यूनानी महाविद्यालय एवं चिकित्सालय संचालित हैं। जिनमें विभिन्न कारणों से प्रोफेसर के 103, रीडर के 68, प्रवक्ता के 115 पद रिक्त हैं। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में भारत सरकार/केन्द्रीय भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा विगत वर्षांे की भांति स्नातक स्तर पर शिक्षकों के मानक पूर्ति में किसी प्रकार का शिथिलीकरण नहीं किया जाएगा। इसलिए वर्तमान कमी को पूरा करने के लिए प्रदेश अथवा प्रदेश के बाहर राजकीय आयुर्वेदिक तथा यूनानी सेवानिवृत्त चिकित्सा शिक्षकों को संविदा के आधार पर रखे जाने का निर्णय लिया गया है। इनकी अधिकतम आयु 65 वर्ष होगी। संविदा की अवधि में इनकी परिलब्धियां आहरित अंतिम वेतन में से पंेशन की धनराशि (राशिकरण के पूर्व) को घटाते हुए निर्धारित की जाएगी। ऐसे शिक्षकों की सेवाएं इस निर्धारित आयु के अन्तर्गत ही सामान्यतः 01 वर्ष होगी, किन्तु सेवा संतोषजनक न पाए जाने पर 01 माह की नोटिस देकर कभी भी समाप्त की जा सकेगी। इसके अतिरिक्त लोक सेवा आयोग से संबंधित शिक्षक उपलब्ध होने की स्थिति में संविदा शिक्षकों को हटाया जा सकेगा।
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