नई दिल्ली: राफेल डील को लेकर जिस तरह से कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को घेर रही है और खुद कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी हमलावर हैं उसपर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा हमला बोला है। राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी आजकल राफेल-राफेल लगाए हुए हैं, 30 साल हो गए हैं कांग्रेस ने एक भी नेक्स्ट जेनरेशन फाइटर प्लेन नहीं खरीदा। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने खरीदवाया तो भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे है।
कुछ लोग फाइलें इधर-उधर लेकर भाग रहे हैं
जिस तरह से राफेल डील से जुड़े दस्तावेज चोरी होने का मामला सामने आया उसपर भी राजनाथ सिंह ने तीखा हमला बोला है।राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ लोग फाइल से फोटोस्टेट करके इधर-उधर ले गए तो कह रहे हैं कि फाइल चुरा ली। बता दें कि शुक्रवार को अटॉर्नी जनरल के वेणुगोपाल ने शुक्रवार को दावा किया कि राफेल से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी नहीं हुए हैं। अटॉर्नी जनरल ने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए अपने जवाब में उनका मतलब था कि याचिकाकर्ताओं ने ‘वास्तविक कागजातों की फोटोकॉपी’ का इस्तेमाल किया है।
वेणुगोपाल ने किया बचाव
सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को वेणुगोपाल की इस टिप्पणी ने राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया था। इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। राहुल ने मांग की कि इतने महत्वपूर्ण संवेदनशील कागजात पेपर के चोरी होने की आपराधिक जांच होनी चाहिए। वेणुगोपाल ने कहा कि मुझे बताया गया कि विपक्ष ने आरोप लगाया है कि (सुप्रीम कोर्ट में) दलील दी गई कि फाइलें रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गईं। यह पूरी तरह से गलत है। यह बयान कि फाइलें चोरी हो गई हैं, पूरी तरह से गलत है।वेणुगोपाल ने कहा कि यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पुनर्विचार याचिका में राफेल डील से संबंधित तीन दस्तावेज पेश किए, जो वास्तविक दस्तावेजों की फोटोकॉपी थे।
कांग्रेस पर राजनाथ हमलावर
इससे पहले राजनाथ सिंह ने कहा था कि, आतंकवाद और आतंकवादियों के संबंध में कांग्रेस के दोस्तों का रवैया इतना भ्रामक और खतरनाक है कि कांग्रेस के कुछ नेता ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादी को ‘ओसामा जी’ कहते है। हाफिज सईद को ‘हाफिज जी’ कहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के सवाल पर ऐसे लोगों की ना तो नीति साफ है और ना ही नीयत साफ है। इससे पहले शुक्रवार को गृहमंत्री ने कहा था कि, एयरफोर्स के पायलट पाकिस्तान में एक मिशन के तहत गए थे, न कि मजे के लिए या फूल गिराने के लिए।source: oneindia