नई दिल्ली: केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 19 स्कूली बच्चों को छात्रवृत्ति चेक प्रदान किये। इन बच्चों के पिता केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और असम राइफल्स (एआर) के सैन्यकर्मी थे, जिन्होंने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहूति दे दी। इस वर्ष 265 बच्चों को डिजिटल रूप से धन का हस्तांतरण किया गया। इस योजना का प्रायोजक सरोजनी दामोदरन फाउंडेशन (एसडीएफ) है। एसडीएफ वीर सैनिकों को सम्मानित करने और उनके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने में योगदान देता है। फाउंडेशन न सिर्फ छात्रवृत्ति प्रदान करता है, बल्कि छात्रों को मार्गदर्शन और परामर्श भी उपलब्ध कराता है।
शहीद सीएपीएफ कर्मियों के बच्चों को मदद देने की यह योजना एसटीएफ द्वारा 2016 में शुरू की गई थी। कक्षा-I से 4 तक के बच्चों को 6,000 रुपये, कक्षा 5 से 7 तक के बच्चों को 9,000 रुपये और कक्षा 8 से 12 तक के बच्चों को 12,000 रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति राशि के रूप में प्रदान किये जाते है। फाउंडेशन की दो योजनाएं हैं – विद्या रक्षक और विद्या धन। विद्या रक्षक योजना के तहत छात्रों को 12वीं कक्षा तक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। विद्या धन योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए सहायता दी जाती है। फाउंडेशन ने अब तक 1,500 बच्चों की मदद की है।
अपने संबोधन में केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इस उत्तरदायित्व को निभाने के लिए सरोजनी दामोदरन फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी श्री एस.डी. शिबूलाल की सराहना की। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन, शहीद सीएपीएफ कर्मियों के बच्चों को सहायता प्रदान करने का नेक कार्य कर रहा है। ऐसे कार्यों से सामाजिक जिम्मेदारी का भी निर्वहन होता है। गृहमंत्री ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और सफलता की कामना की। उन्होंने कहा कि यह कार्य सीएपीएफ कर्मियों को सम्मान देता है, जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और प्रतिष्ठा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।
गृह मंत्रालय और सीएपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, एसडीएफ की पैट्रन श्रीमती कुमारी शिबूलाल और सीएपीएफ कर्मियों के परिजन भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।