कर्ज नहीं चुकाने के एक मामले में जेल की सजा काटकर रिहा हुए अभिनेता राजपाल यादव ने कहा है कि लोगों ने उनके साथ विश्वासघात किया है। फरवरी के आखिर में रिहा हुए राजपाल यादव का कहना है कि कुछ लोग जिनपर मैंने विश्वास किया, उन्होंने ही मेरे विश्वास का गलत फायदा उठाया। हालांकि यादव ने किसी का नाम लेने या इस पर ज्यादा कुछ कहने से इनकार कर दिया।
राजपाल ने कहा, मुझे लगता है कि कानून सबके लिए बराबर है और देश के कानून से कोई नहीं बच सकता। इसलिए मैंने अदालत के आदेश का पालन किया। राजपाल यादव को चेक बाउंस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने नंवबर में तीन महीने के लिए जेल भेज दिया था। ये मामला 2010 में राजपाल यादव के पांच करोड़ का लोन लेने से जुड़ा था।
फरवरी के आखिर में जेले से आने के बाद राजपाल ने कहा कि वो पुरानी बातों से उबर गए हैं और फिल्मों में वापसी करने के लिए उत्साहित हैं। राजपाल ने कहा, मैं जल्द ही टाइम टू डांस फिल्म की शूटिंग शुरू करूंगा। इस फिल्म थोड़ी सी ही शूटिंग बाकी है, मैं निर्माताओं और निर्देशकों का आभारी हूं जिन्होंने मेरे वापस आने का इंतजार किया। इसके अलावा मैं एक और फिल्म ‘जाको राखे साइयां’ भी रहा हूं।
राजपाल ने जेल की जिंदगी पर कहा, वहां काफी अनुशासन था और हम सभी को उसका पालन करना होता था। मैं साथी कैदियों से बात करने की कोशिश करता था। मैं उनके साथ एक संवाद सत्र करता था जिसका नाम ‘राजपाल की पाठशाला’ रखा गया था। वहां लाइब्रेरी थी जहां जाकर मैं पढ़ता था। source: oneindia.com