देहरादून: शनिवार को अल्मोड़ा के गरूड़बाज में लोक सभा सांसद एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाॅधी ने मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल की उपस्थिति में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले हरिप्रसाद टम्टा शिल्प उन्नयन संस्थान का
शिलान्यास तथा उदयशंकर नृत्य अकादमी का लोकार्पण किया। उन्होंने राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले 15वें राज्योत्सव का भी दीप प्रज्जवलित कर शुरूआत की।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में श्रीमती सोनिया गाॅधी ने प्रदेशवासियों को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस एवं दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड की समृद्व सांस्कृतिक विरासत रही हैं। यह भारत की संस्कृति का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा सांस्कृतिक राजधानी के साथ ही साहित्य व स्वतन्त्रता संग्राम आन्दोलन एवं मानव मूल्यों को बढ़ाने वाली भूमि रही है। उन्होंने कहा कि हरिप्रसाद टम्टा शिल्प उन्नयन संस्थान की स्थापना से राज्य के परम्परागत शिल्पों के संरक्षण एवं विकास के साथ ही इस क्षेत्र में नयी तकनीकी कौशल एवं डिजाईन को विकसित करने में मदद मिलेगी। इससे यहाॅ के शिल्पियों को सामाजिक एवं आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। उदय शंकर नाटय अकादमी की स्थापना से उत्तराखण्ड की संस्कृति एव संवद्र्वन को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं0 जवाहर लाल नेहरू ने आजादी की लड़ाई के अमूल्य क्षण देहरादून व यहाॅ की ऐतिहासिक जेल व बितायें पं0 नेहरू ने 17 साल प्रधानमंत्री रहते हुए मजबूत लोकतांत्रिक देश की नींव रखी। आज हम उनकी एवं डा0 भीमराव अम्बेडकर की 125वीं वर्षगाॅॅठ मना रहे है। उन्होंने कहा कि स्व0 इन्दिरा गाॅधी अपने आप को पहाड की बेटी कहती थी। उन्होंने यहाॅ के विकास के लिए बहुत काम किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तराखण्ड को निरन्तर प्रगति की ओर ले जा रहे है। राज्य के विकास के लिए वे निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान राज्य को विशेष सहायता प्रदान की गयी थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य की विभिन्न योजनाओं में केन्द्रीय सहायता में कटौती होने के कारण राज्य को वित्तीय कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए तथा बिना किसी भेदभाव के राज्य को केन्द्रीय मदद मिलनी चाहिए। उन्होंने जागेश्वर धाम एवं मदमहेश्वर को पाॅचवें धाम के रूप में विकसित करने की राज्य सरकार की योजना को सराहनीय बताया। आपदा के बाद राज्य में केदारनाथ सिंह अन्य क्षेत्रों में पुनर्निर्माण के कार्यों में तेजी लाने तथा यात्रियों को तमाम सुविधायें उपलब्ध कराकर सुरक्षित चारधाम यात्रा आरम्भ करायी तथा पर्यटन के विकास को नयी दिशा दी। उन्होंने उत्तराखण्ड की महिलाओं को निष्ठा व कर्मठता का प्रतीक बताते हुए कहा कि मैं उनका दिल से सम्मान करती हूॅ। उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत से अपेक्षा की कि वे सभी वर्गों के साथ ही यहाॅ की बहनां की प्रगति के लिए विशेष कदम उठायें, ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोनिया गाॅधी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के प्रति नेहरू गाॅधी परिवार का विशेष लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद राहुल गाॅधी की केदारनाथ यात्रा से देश व दुनिया में सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश देने में मदद मिली। चारधाम यात्रा को पूर्व की भाॅति संचालित करने की राह प्रशस्त हुई इसी का परिणाम है, कि वर्ष 2012 में जहाॅ 12 लाख यात्री चारधाम यात्रा में आये थे, वहीं इस वर्ष अब तक 10 लाख यात्री चारधाम यात्रा कर चुके है। हमारा विश्वास है कि यह यात्रा 12 लाख तक पहुॅचेगी। उन्होंने केदारनाथ को उत्तराखण्ड की आन्तरिक शक्ति का प्रतीक बताते हुए इसे सामूहिक विश्वास की जीत बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्व है। हम उन लोगो तक विकास का लाभ पहुॅचाने में सफल हुए है, जो अब तक इससे वंचित रहे है। उन्होंने सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश देश-विदेश उत्तराखण्ड देश की सांस्कृतिक, पर्यावरणीय, जैव विविधता की धरोहर को संजोये हुए है। मानवता के लिए संस्कृति की रक्षा करते यहां के चारधाम मानव सभ्यता की धरोहर के रूप में है। यहाॅ का 70 प्रतिशत क्षेत्र वनाच्छादित है, जो हमारे पर्यावरण के लिए काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम, मदमहेश्वर धाम को विकसित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है। इनको विकसित करने के बाद बाहर से आने वाले पर्यटकों, संस्कृति प्रेमियों को बहुत लाभ मिलेगा साथ ही यहाॅ के आस-पास के लोगो का आर्थिक मजबूती होगी।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाॅधी एवं मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि राज्योत्सव के अवसर पर उनके यहाॅ आने से यहाॅ के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इस तरह के आयोजनो से यहाॅ के व्यंजनो एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार देश के अन्य प्रान्तों में भी होगा।
इसके पश्चात राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाॅधी जागेश्वर धाम भी गयी। जहाॅ उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित अन्य लोगो के साथ जागेश्वर मन्दिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने जागेश्वर में आयोजित पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से भी भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्रीमती गाॅधी को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किये। इसके अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने भी अपने विचार रखे। इस समारोह में विभिन्न जिलों से आये सांस्कृतिक दलो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
समारोह में वित्त मंत्री (डाॅ.) इन्दिरा हृदेश, सिंचाई मंत्री यशपाल आर्या, वन मंत्री दिनेश अग्रवाल, दुग्ध मंत्री हरीश दुर्गापाल, स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द सिह नेगी, उपाध्यक्ष विधान अनुसूया प्रसाद मैखुरी, राज्यसभा सांसद महेन्द्र सिह मेहरा, कांग्रेस उत्तराखण्ड प्रभारी अम्बिका सोनी, सह प्रभारी संजय कपूर, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार रणजीत सिंह रावत, संसदीय सचिव मनोज तिवारी, हेमेश खर्कवाल, सरिता आर्या, विधायक मयूख महर, ललित फर्सवाण, फुरकान अहमद, रेखा आर्या, जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती मेहरा, कर सलाहकार समिति बिटटू कर्नाटक, अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र बाराकोटी, सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष सिकन्दर पवार, पूर्व सांसद के0सी0 सिंह बाबा, पूर्व विधायक करन मेहरा, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, जलागम प्रबन्धन के उपाध्यक्ष दिनेश कुंजवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डे, सहित अनेक गणमान्य लोग व अधिकारी उपस्थित थे।