नई दिल्ली: रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के करगिलक्षेत्र में आतंकवादियों और पाकिस्तान के सैनिकों की घुसपैठ के खिलाफ ऑपरेशन विजय की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर कल द्रास में करगिल युद्ध स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
रक्षा मंत्री कठुआ जिले में ऊझ और सांबा जिले में बसांतर में सीमा सड़क संगठन द्वारा निर्मित दो पुल राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उझ पुल एक किलोमीटर लंबा और बसांतर पुल 617.4 मीटर लंबा है।
भारतीय सेना के बहादुर जवानों ने भारतीय वायु सेना की मदद से करगिल युद्ध को जीतने के लिए दुर्गम, प्रतिकूल क्षेत्र, खराब मौसम का मुकाबला किया। इस यादगार अवसर पर गौरवशाली राष्ट्र बहादुर शहीदों की स्मृति में इस विजय को मना रहा है।
इस अवसर का एक प्रमुख कार्यक्रम नई दिल्ली राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से विजय मशाल का द्रास स्थित करगिल युद्ध स्मारक तक पहुंचना है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 14 जुलाई, 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सेना के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाज सूबेदार जीतू राय को मशाल सौंपी। जीतू राय ने मशाल पथप्रदर्शक के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
विजय मशाल को भारतीय सेना के उत्कृष्ट खिलाड़ी और बहादुर योद्धा ले जा रहे हैं। यह उत्तर भारत के 9 प्रमुख कस्बों/शहरों से गुजर कर अंत में 26 जुलाई, 2019 को द्रास स्थित गरगिल शहीदों की कर्मभूमि पर पहुंचेगी। जहां इसे सीओएएस ग्रहण करेंगे। पूरे यात्रा मार्ग पर सेना के जवान देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
विजय मशाल और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से करगिल युद्ध स्मारक पर ले जाई जाने वाली मशाल वाली करगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ के शीर्षक – ‘स्मरण, आनंद, दोहराना’ को जीवंत कर देंगे। हम शहीदों के बलिदान को याद करके उनका ‘स्मरण’ करेंगे, करगिल में विजय का जश्न मनाकर ‘आनंद’ करेंगे और तिरंगे की शान की रक्षा करने के अपने प्रण को ‘दोहराएंगे’।