केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने आज सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्रीय इस्पात उद्यमों (सीपीएसई) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशकों (सीएमडी) के साथ उनकी विपणन रणनीतियों तथा भविष्य की योजनाओं की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। मंत्री ने भविष्य के विस्तार/विविधीकरण योजनाओं के संदर्भ में कंपनियों के रोडमैप सहित उनके द्वारा अपनाई गई विपणन और बिक्री रणनीतियों की समीक्षा की। बैठक में इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सचिव (इस्पात) श्री प्रदीप कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
इस्पात मंत्री को संबंधित सीपीएसई ने अपने विभिन्न उत्पादों के लिए घरेलू और साथ ही निर्यात बाजार की खातिर विपणन रणनीतियों की जानकारी दी। मंत्री ने इस्पात सीपीएसई को सबसे उपयुक्त विपणन रणनीतियों के निर्माण के लिए अपने विभिन्न उत्पादों के लिए मांग, आपूर्ति, मूल्य निर्धारण के रुझान, प्रतिस्पर्धा के स्तर आदि में बदलाव के रियल-टाइम एसेसमेंट की खातिर एक प्रणाली स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने इन उद्यमों को अपने उत्पादों के व्यापक विपणन का सुझाव दिया। इस्पात मंत्री ने सीपीएसई द्वारा राष्ट्रीय महत्व की मौजूदा और भविष्य की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं तथा अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं में पूरे दिल से योगदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। इनमें भारतमाला, सागरमाला, सड़क परियोजनाएं, रेलवे के खास फ्रेट कॉरिडोर, बांध निर्माण और ऊर्जा क्षेत्र की परियोजनाएं शामिल हैं।
मंत्री ने सीपीएसई को सलाह दी कि वे उत्पादों की ब्रांडिंग पर अधिक जोर दें और अपने उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए सभी उपलब्ध विज्ञापन अवसरों का उपयोग करें। मंत्री ने कंपनियों को डीलरों/वितरकों, एजेंटों, ग्राहकों आदि के साथ लगातार खुद को जोड़ने और छोटे कस्बों/शहरों एवं गांवों में आम आदमी तक अपनी पहुंच बढ़ाने की दिशा में काम करने का निर्देश दिया।