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रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आईआईटी जोधपुर में इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर और खेल परिसर का वर्चुअल उद्घाटन किया

देश-विदेश

केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज एक ऑनलाइन समारोह में आईआईटी जोधपुर के स्थायी परिसर में इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। केन्द्रीय जल मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और शिक्षा राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे ने क्रमश: सम्मानित अतिथि (गेस्ट ऑफ ऑनर) और विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। इसमें डॉ. आर चिदंबरम, अध्यक्ष, बीओजी, आईआईटी जोधपुर भी मौजूद रहे।

अपने संबोधन में श्री पोखरियाल ने इस बात पर संतोष और खुशी जताई कि संस्थान ने सुंदर परिसर बनाने के लिए आवंटित 850 एकड़ की जमीन का सही से उपयोग किया है और जीआरआईएसए 5 स्टार रेटिंग हासिल की है। उन्होंने बताया कि आज जिस खेल परिसर का उद्घाटन किया गया है, उसमें अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, बास्केट बॉल, टेनिस कोर्ट, एथलेटिक्स ट्रैक, वॉलीबॉल, योगा ग्राउंड और कबड्डी कोर्ट जैसी सभी महत्वपूर्ण खेलों के लिए सुविधाएं मौजूद हैं। यह खेल परिसर निश्चित रूप से जोधपुर और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल में रुचि और खेल के स्तर को बढ़ाने में मदद करेगा।

मंत्री ने कहा कि आईआईटी जोधपुर, नवाचार को परिपक्व बनाने वाले स्टार्ट-अप्स को संभावित व्यावसायिक उपक्रमों में बदलने के लिए अनुसंधान से आविष्कार तक एक पूर्ण नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र (इको-सिस्टम) बनाने में सक्षम है। नए दौर के उपक्रमों के समूह की शुरुआत के लिए आईआईटी जोधपुर ने अपने कैंपस में एक इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर की स्थापना की है। इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर इस इको-सिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

तकनीकी परिदृश्य में परिवर्तन लाने के लिए वैज्ञानिक खोजों या अर्थपूर्ण इंजीनियरिंग नवाचारों के दोहन करने वाले स्टार्टअप्स/उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर तकनीकी नवाचारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। मंत्री को यह जानकर खुशी हुई कि एआई, आईओटी और 5जी को एकीकृत करके अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी विकसित करना इस केंद्र का केंद्रीय विषय (फोकल थीम) है, जो स्वास्थ्य, कृषि, साइबर-सुरक्षा, विनिर्माण और धातु प्रसंस्करण उद्योगों सहित अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करता है।

उन्होंने कहा कि संस्थान (आईआईटी जोधपुर) ने आसपास के शैक्षणिक संस्थानों, राष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान प्रयोगशालाओं और जोधपुर के स्थानीय उद्योगों की मदद से जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर (जेसीकेआईसी) स्थापित किया है जो क्षेत्र की कुछ बड़ी समस्याओं का समाधान करके उद्यमियों के विकास में निश्चित तौर पर मदद करेगा। शुरुआत में क्लस्टर में तीन बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्रों- चिकित्सा प्रौद्योगिकी, शिल्प, जल प्रबंधन व प्रशासन, पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने संस्थान द्वारा उन्नत भारत अभियान कार्यक्रम की दिशा में उठाए गए विभिन्न कदमों की सराहना की।

उन्होंने प्रकाश डाला कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, थ्री डी प्रिंटिंग, बिग डेटा एनालिसिस और मशीन लर्निंग जैसी अत्याधुनिक तकनीक के विकास में योगदान करेगी और देश को विश्व का नेतृत्वकर्ता बनने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने कहा कि बहु-विषयी नवाचार के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान निधि बनाने की आवश्यकता है।

यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यक्रमों का भी हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षाविदों का सामूहिक प्रयास आईआईटी को बहु-विषयी उच्च शिक्षा केंद्र बनाने की तरफ ले जाएगा। मंत्री ने इस बात की भी सराहना की कि आईआईटी जोधपुर ने अपने पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप बनाने की दिशा में बहुत से कदम उठाए हैं। आईआईटी जोधपुर द्वारा एम्स जोधपुर के साथ संयुक्त रूप से मेडिकल टेक्नोलॉजी पर शुरू किया गया कार्यक्रम बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है। अंत में उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय आईआईटी जोधपुर के विकास में तेजी लाने के लिए लगातार सहयोग करता रहेगा।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री शेखावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के महान नेतृत्व में सरकार की ओर से जारी की गई दूरदर्शी नई शिक्षा नीति का उल्लेख किया। उन्होंने आईआईटी जोधपुर द्वारा इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाने के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने उल्लेख किया कि ये सुविधाएं छात्र समुदाय की निश्चित तौर पर मदद करेंगी और सरकार के फिट इंडिया अभियान में भी योगदान देंगी। उन्होंने स्वच्छता और सभी के लिए पेयजल मिशन क्षेत्र में नए शोधों की जरूरत पर जोर दिया।

श्री धोत्रे ने अपने संबोधन में नई सुविधाओं को शुरू करने के लिए आईआईटी जोधपुर को बधाई दी। उन्होंने नए नवाचार केंद्र में 8 इनक्यूबेटर्स को नामांकित करने और विभिन्न सरकारी संगठनों/ संस्थानों से आर्थिक सहायता प्राप्त करने की भी सराहना की।

उन्होंने कहा कि यह केंद्र प्रौद्योगिकी के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, कृषि और रोजगार के क्षेत्रों में योगदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 बहुविषयी, लचीले प्रवेश और निकास, एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, रिसर्च एंड नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर ध्यान, आसान लेकिन सख्त विनियमन पर जोर देती है, ऐसे प्रावधान इस नीति को वास्तव में 21वीं सदी की नीति बनाते हैं।

आईआईटी जोधपुर द्वारा इन्क्यूबेशन सेंटर और खेल परिसर का उद्घाटन बहुत समयानुकूल कदम है। आज पूरा विश्व तात्कालिक तकनीकी समाधान के जरिए इंडस्ट्री 4.0. आईओटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन्स, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, ब्लॉक चैन और 3डी प्रिंटिंग तकनीक को बढ़ावा देने और आम आदमी के गुणवत्तापूर्ण जीवन में सुधार लाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स युवा छात्रों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुविधा है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने “फिट इंडिया” का नारा दिया है। सभी युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत शरीर की आवश्यकता है।

प्रो. सांतनु चौधरी, निदेशक, आईआईटी जोधपुर, ने अपने संबोधन में आईआईटी जोधपुर की हालिया उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने आईआईटी जोधपुर द्वारा शुरू किए गए नए कार्यक्रमों की कुछ अनूठी विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने मेडिकल टेक्नोलॉजी पर शुरू किए गए नए कार्यक्रम के बारे में भी बताया, जिसे एम्स जोधपुर के साथ मिलकर चलाया जा रहा है।

उन्होंने आईआईटी जोधपुर के नए शोधों के प्रयासों, विशेष रूप से साइबर फिजिकल सिस्टम्स, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वाटर टेक्नोलॉजीज आदि के क्षेत्रों में, के बारे में बताया। अपने संबोधन में उन्होंने जोधपुर द्वारा कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए बनाई गई कुछ अनोखी प्रौद्योगिकियों की भी जानकारी दी।

डॉ. आर. चिदंबरम, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईटी जोधपुर ने अपने अध्यक्षीय भाषण में अकादमिक ज्ञान का लाभ उठाने के लिए उद्यमशीलता को समर्थन और करके नचाचारों में तेजी लाने के लिए आईआईटी जोधपुर द्वारा स्थापित की गई नई सुविधाओं की सराहना की और बीते एक साल में आईआईटी जोधपुर द्वारा की गई प्रगति पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने संस्थान के स्थापना दिवस के मौके पर निदेशक प्रोफेसर सांतनु चौधरी, संकाय सदस्यों और अन्य कर्मचारियों को बधाई भी दी।

कार्यक्रम के अंत में प्रो. एस.आर. वडेरा, अध्यक्ष, संस्थान स्थापना दिवस आयोजन समिति ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम का संस्थान की वेबसाइट, यट्यूब और फेसबुक पर लाइव प्रसारण किया गया।

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