उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज पूर्वोत्तर के सर्वांगीण विकास के लिए उस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास और कनेक्टिविटी परियोजनाओं में तेजी लाने का आह्वान किया।
श्री नायडू ने कहा कि जीवन की सुगमता में सुधार लाने, व्यापार को बढ़ाने, स्कूली शिक्षा के परिणामों, स्वास्थ्य संकेतकों व सुरक्षा की स्थिति को बेहतर करने और पर्यटकों को इस क्षेत्र में आकर्षित करने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘बुनियादी ढांचे में सुधार से अर्थव्यवस्था को कई गुना लाभ होता है।’
उपराष्ट्रपति नगालैंड में विभिन्न भवनों और परिसरों के वर्चुअल तरीके से उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। इसमें कोहिमा में आईटी एवं संचार निदेशालय कार्यालय भवन, कुछ सरकारी उच्च विद्यालयों के भवन और कोहिमा में मंत्रियों के आवासीय परिसर शामिल हैं। पूर्वोत्तर के दौरे पर गए श्री नायडू आज नगालैंड पहुंचे।
श्री नायडू ने एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2021 में सतत विकास लक्ष्य के संकेतकों का उल्लेख करते हुए ‘लैंगिक समानता’, ‘उम्दा कार्य एवं आर्थिक विकास’ और ‘जमीनी स्तर पर जीवन’ जैसे सूचकांक के मोर्चे पर नगालैंड के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने स्वास्थ्य एवं कल्याण, उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचे जैसे संकेतकों में सुधार लाने का आह्वान किया। उपराष्ट्रपति ने पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ सबसे कम अपराध वाला राज्य होने के लिए नगालैंड की सराहना की।
श्री नायडू ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के क्रियान्वयन में पूर्ण पारदर्शिता लाने का आह्वान करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस होना चाहिए क्योंकि भ्रष्टाचार विकास का दुश्मन है।
सरकारी सेवाओं की समय पर डिलिवरी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री नायडू ने कहा, ‘इंटरनेट के युग में जब महज एक बटन के क्लिक पर लोगों को कई अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं तो शासन को पीछे नहीं रहना चाहिए।’ उन्होंने लोगों को निर्बाध तरीके से सेवाओं की समयबद्ध डिलिवरी सुनिश्चित करने का सुझाव दिया।
श्री नायडू ने डिलिवरी की प्रक्रिया में नागरिकों को शामिल करने का भी आह्वान किया। उन्होंने बताया कि सोशल ऑडिट जैसे सहभागी ढांचे से किस प्रकार सरकारी योजनाओं में गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
यह देखते हुए कि वैश्विक महामारी के दौरान भी कृषि क्षेत्र ने कैसे अच्छा प्रदर्शन किया, उपराष्ट्रपति ने कृषि में कहीं अधिक प्रौद्योगिकी को तैनात करने का सुझाव दिया ताकि इसे कहीं अधिक फायदेमंद एवं आकर्षक बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि किसानों को कोहिमा के मृदा परीक्षण प्रयोगशाला जैसे संस्थानों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। हाल में इसका उद्घाटन किया गया था ताकि लोगों को उसका फायदा मिल सके।
इस बात पर जोर देते हुए कि शांति प्रगति के लिए एक आवश्यक शर्त है श्री नायडू ने कहा कि आगे बढ़ने का यही एकमात्र रास्ता है। श्री नायडू ने कहा, ‘किसी भी मुद्दे को चर्चा, बहस और निर्णय के जरिये हल किया जा सकता है।’ उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन से टीम इंडिया की भावना से काम करने का आह्वान किया ताकि राज्य, क्षेत्र और देश को सभी मोर्चों पर नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सके। उन्होंने राज्यों के बीच विकास में सर्वोत्तम प्रथाओं को सक्रियता से अपनाने का सुझाव दिया।
बाद में उपराष्ट्रपति ने नगालैंड के एचएसएसएलसी 2021 के टॉपर और राज्य के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की। उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए श्री नायडू ने उन्हें उच्च लक्ष्य रखने और शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही श्री नायडू ने उन्हें अनुशासित जीवन जीने और शारीरिक तंदुरुस्ती बनाए रखने की भी सलाह दी। श्री नायडू ने भारत के जनसांख्यिकीय लाभ का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि हम अपने युवाओं को प्रभावी तौर पर कुशल बनाते हैं तो हम एक ऐसा कार्यबल तैयार कर सकते हैं जो वैश्विक बाजार की मांगों को पूरा करने में समर्थ होगा।
इस अवसर पर श्री नायडू ने साहित्य, संस्कृति और परफॉर्मिंग आर्ट के क्षेत्र में राज्यपाल पुरस्कार विजेताओं से भी बातचीत की। उनकी सफलताओं की सराहना करते हुए श्री नायडू ने कहा कि कला एवं संगीत हमारी संस्कृति और विरासत का अभिन्न अंग हैं जिन्हें गंभीरता से संरक्षित करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान नगालैंड के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी, नगालैंड के मुख्यमंत्री श्री नेफ्यू रियो, राज्य के मुख्य सचिव श्री जे. आलम एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
भाषण का पूरा पाठ निम्नलिखित है:
मैं नगालैंड के इस खूबसूरत राज्य में आपके पास आकर वास्तव में काफी खुश हूं।
आज इन इमारतों और परिसरों का उद्घाटन करते हुए नगालैंड की विकास यात्रा में एक पड़ाव को चिह्नित करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है।
मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि इन परिसरों में से एक सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार निदेशालय, कोहिमा का कार्यालय है। इसी भवन में नगालैंड का पहला सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क भी होगा और इसमें युवाओं को पोषित करते हुए उन्हें सफल उद्यमी बनाने के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं भी होंगी।
मैंने विभिन्न गांवों में जिन सरकारी हाई स्कूल भवनों का उद्घाटन किया है वे नगालैंड में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए सरकार के प्रयासों में योगदान देंगे। आज हम जो इमारतें देख रहे हैं वे कल नगालैंड के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की बुनियाद होंगी।
अंत में, 23 एकड़ में विस्तृत मंत्रियों के लिए आवासीय परिसर में सरकारी मशीनरी के कामकाज में सुगमता के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध होगा।
मैं राज्य सरकार और सभी संबंधित कार्यालयों को बधाई देता हूं जिन्होंने इस बुनियादी ढांचे के विकास एवं परिचालन के लिए काम किया है।
यहां मुझे जिस गर्मजोशी से स्वागत किया गया उसके लिए मैं आप सभी को भी धन्यवाद देता हूं। नगालैंड आतिथ्य सत्कार, मित्रता और उदारता की भावना का पर्याय है। यह समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और भाषाई विविधता का एक प्राचीन भंडार है।
मैंने हमेशा कहा है कि प्रगति एवं समृद्धि के लिए शांति एक अनिवार्य शर्त है। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि आज नगालैंड गर्व के साथ दावा कर सकता है कि समाज के सभी वर्ग, जिसमें विविध जनजातियां शामिल हैं, सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के लिए एकजुटता में विश्वास करते हैं। मुझे विश्वास है कि एकजुटता की भावना से प्रेरित होकर नगालैंड के लोग राज्य की प्रगति को तेजी से आगे बढ़ाने में योगदान देंगे। हमें राज्य, क्षेत्र और देश को सभी मोर्चों पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए टीम इंडिया की भावना से काम करना चाहिए।
नगालैंड के चौतरफा विकास को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जैसा कि आप सब जानते हैं कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कई अवसरों पर एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत विकास पर केंद्र सरकार के जोर को उजागर किया है। आप भी इससे सहमत होंगे कि यह पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी आठ राज्यों को विकास के इंजन के रूप में बदल देगा। रेल, सड़क, हवाई और नेटवर्क कनेक्टिविटी जैसे ठोस बुनियादी ढांचे के अलावा पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति के प्रयासों से विभिन्न राज्यों को फल मिला है।
इस क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे में सुधार के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। एक तरफ नगालैंड अपनी विविधता, हस्तशिल्प एवं कृषि उत्पादों की समृद्धि और अपने मेहनती लोगों के लिए जाना जाता है। दूसरी ओर, नगालैंड के सर्वांगीण विकास को गति देने के लिए अभी भी विभिन्न क्षेत्रों में काफी संभावनाएं मौजूद हैं। यदि सभी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर तेजी से पूरा कर लिया जाता है तो आगामी वर्षों में नगालैंड को काफी लाभ होगा।
जीवन की सुगमता में सुधार लाने, व्यापार को बेहतर करने, स्कूली शिक्षा के नतीजों में सुधार लाने, स्वास्थ्य संकेतकों को बेहतर करने, सुरक्षा की स्थिति को बेहतर करने और पर्यटकों को राज्य की ओर आकर्षित करने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास काफी महत्वपूर्ण है। बुनियादी ढांचे में सुधार से अर्थव्यवस्था को कई गुना लाभ होता है।
हाल के सतत विकास लक्ष्य सूचकांक- एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2021 में नागालैंड ने विकास के कुछ सूचकांकों में अच्छा प्रदर्शन किया है, जबकि अन्य संकेतकों पर राज्य को काम करने की जरूरत है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि नागालैंड ने ‘लैंगिक समानता’, ‘उमदा कार्य एवं आर्थिक विकास’ और ‘जमीनी स्तर पर जीवन’ सहित कई क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है। यह तथ्य प्रशंसनीय है कि नगालैंड में महिलाओं के खिलाफ अपराध पूरे देश में सबसे कम हैं।
दूसरी ओर, राज्य को स्वास्थ्य एवं कल्याण, सस्ती एवं स्वच्छ ऊर्जा, स्थायी शहर एवं समुदाय, उद्योग एवं नवाचार और बुनियादी ढांचे जैसे संकेतकों में सुधार करने की आवश्यकता है। जैसा कि हम जानते हैं इस राज्य में जबरदस्त क्षमता है और मुझे विश्वास है कि यह 2030 तक समग्र रैंकिंग में अपनी वर्तमान स्थिति से काफी आगे निकल जाएगा।
सुशासन का एक महत्वपूर्ण पहलू सेवाओं का समय पर और सुगम डिलिवरी है। इंटरनेट के युग में जब एक बटन के क्लिक पर लोगों के लिए कई अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं तो शासन को इसमें पीछे नहीं रहना चाहिए। हमें लोगों को निर्बाध तरीके से विभिन्न सेवाओं की समयबद्ध डिलिवरी सुनिश्चित करनी चाहिए।
डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना और विभिन्न परियोजनाओं के निष्पादन और हमारी प्रक्रियाओं के कार्यान्वयन में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस होना चाहिए क्योंकि भ्रष्टाचार लोगों का दुश्मन है।
हमें डिलिवरी प्रक्रियाओं में नागरिकों को शामिल करना चाहिए क्योंकि सोशल ऑडिट जैसे सहभागी शासन तंत्र सरकारी योजनाओं में गुणवत्ता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अपनी बात समाप्त करने से पहले मैं यह बताना चाहूंगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के तमाम क्षेत्रों में से एक क्षेत्र ऐसा भी है जिसने वैश्विक महामारी के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया। कृषि क्षेत्र में 4 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ वैश्विक महामारी ने एक बार फिर हमारे किसानों की मेहनत और लचीले प्रकृति को साबित कर दिया है। उन्हें सलाम।
कोहिमा में हाल में उद्घाटन की गई पूर्वोत्तर क्षेत्र मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित राज्य मृदा परीक्षण प्रयोगशाला से नगालैंड के किसानों को काफी लाभ होगा। मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर गांव के एक किसान के रूप में मैं कृषि को अधिक फायदेमंद एवं आकर्षक बनाने में प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में अच्छी तरह जानता हूं।
नगालैंड की अर्थव्यवस्था में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है। किसान यह सुनिश्चित करने के लिए मृदा परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का अधिकतम उपयोग कर सकते हैं कि उनकी कृषि गतिविधियों से अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। यह जानकर खुशी हुई कि नगालैंड की कॉफी नाम कमा रही है और उसे अन्य देशों को निर्यात किया जा रहा है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र सभी तरह की क्षमताओं से परिपूर्ण है। जब यह क्षमता पूरी तरह से अनलॉक होगी तो यह क्षेत्र भारत के विकास की कहानी लिखने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
एक बार फिर, मैं यहां नगालैंड आकर काफी खुश हूं। आपने मुझे जिस गर्मजोशी से स्वागत किया है उसके लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं।