लखनऊ: प्रदेश के प्रमुख वन संरक्षक डा0 रूपक डे ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकोष्ठ ईधन एवं चारा पत्ती तथा लघु वन उपज की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु सामुदायिक भूमि, नहर, रेल तथा सड़क के दोनों किनारे उपलब्ध भूमि पर वृक्षारोपण कराया जा रहा है। ग्रामीणों को लघु उद्योग हेतु कच्चे माल की उपलब्धता इस कार्य से सुनिश्चित होती है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में संचालित सामाजिक वानिकी की योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2012-13 में 812.71 लाख रुपये वर्ष 2013-14 में 812.71 लाख रुपये वर्ष 2014-15 में 812.71 लाख रुपये व्यय हुआ है।
डा0 रूपक डे ने बताया कि इसी अनुसूचित जाति के कल्याणार्थ समाज कल्याण विभाग से स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के अंतर्गत प्राप्त धनराशि से सामाजिक वानिकी योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षारोपण की कार्य किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2013-13 में 3218.98 लाख रुपये, वर्ष 2013-14 में 2761.75 लाख रुपये तथा वर्ष 2014-15 में 1500 लाख रुपये का व्यय इस योजना में हुआ है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के अनुसूचित जन जाति बाहुल्य क्षेत्रों में समाज कल्याण विभाग से ट्राइबल सब प्लान के अंतर्गत प्राप्त धनराशि से सामाजिक वानिकी योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों की सामुदायिक भूमि पर वृक्षारोपण की कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2012-13 में 56.43 लाख रुपये, वर्ष 2013-14 में 56.43 लाख रुपये तथा वर्ष 2014-15 में 56.43 लाख रुपये का वृक्षारोपण कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण एवं सौन्दर्यीकरण हेतु सड़कों के किनारे खाली पड़ी भूमि एवं पार्कों की भूमि में शोभाकार व छायादार वृक्षों का वृक्षारोपण किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2012-13 में 150 लाख रुपये वर्ष 2013-14 में 150 लाख रुपये तथा वर्ष 2014-15 में 150 लाख रुपये व्यय हुआ है।
डा0 रूपक डे ने बताया कि मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकताओं में प्रत्येक हरित पट्टी के विकास को प्राथमिकता पर रखा गया है। इसको दृष्टिगत रखते हुए वर्ष 2012-13 में वन निगम से 1989.26 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी, जिससे वर्ष 2012-13 में 232 स्थलों पर 1102 हे0 क्षेत्र में 751798 पौधे रोपित किए गए हैं। हरित पट्टी विकास योजना के अंतर्गत वर्ष 2013-14 में 1068.61 लाख रुपये व्यय किया गया है। सम्पूर्ण प्रदेश में यह योजना चलाई जा रही है। इस योजनांतर्गत वर्ष 2013-14 में 1239 हे0 में अग्रिम मृदा कार्य किया गया है, जिसमें 1239 हे0 वर्ष 2014-15 में वृक्षारोपण कराया गया है तथा 1413.14 लाख रुपये का व्यय हुआ है।
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