लखनऊ: प्रदेश के परिवार कल्याण मातृ एवं शिशु कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविदास मेहरोत्रा ने आज पूर्वाह्न 11ः00 बजे भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय महानगर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में काफी गंदगी पायी और विशेषज्ञों की उपलब्ध के बावजूद मरीजों को गुणवत्तापरक चिकित्सकीय सुविधाएं प्राप्त न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने यह भी पाया कि दवाईयों का रख-रखाव भी नियमानुसार एवं व्यवस्थित नही है। निरीक्षण के समय कई विशेषज्ञ चिकित्सक भी अनुपस्थित पाये जाने को गम्भीरता से लिया।
श्री मेहरोत्रा ने भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय में व्याप्त विभिन्न अनिमितताओं को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को तत्काल दुरूस्त किया जाये और चिकित्सालय को साफ-सुथरा बनाया जाये। उन्होंने कहा कि दवाईयों का रख-रखाव व्यवस्थित ढ़ंग से किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं मरीजों को बेहतर ढ़ंग से उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।
श्री मेहरोत्रा ने चिकित्सालय में स्थापित नगरीय परिवार कल्याण केन्द्र और चिकित्सालय के चिकित्सकों तथा कर्मियों में आपसी सामांजस्य स्थापित करके चिकित्सा से सेवाओं को बेहतर बनाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अस्पताल को सुचारू रूप से संचालित करने में किसी भी प्रकार की कोताही और लापरवाही नहीं बर्ती जानी चाहिए। भविष्य में वे पुनः अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे और स्थिति को सही न पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के कार्य एवं प्रबंधन की स्थिति को उपयुक्त न बताते हुए तथा उनके प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए श्री मेहरोत्रा ने कहा कि उनके कार्यों का मूल्यांकन एक जांच समिति करेगी। यह समिति अपनी आख्या दो सप्ताह के अन्दर उपलब्ध करायेगी। आख्या के उपरान्त गुण-दोष के आधार पर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
श्री मेहरोत्रा ने 07 जून के उपरान्त चिकित्सक तथा कर्मियों का कोई रजिस्टर सुचारू रूप से व्यवहरित न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति बिल्कुल भी अच्छी नही और रजिस्टर को सुचारू रूप से रखा जाये। उन्होंने इस बात पर भी असंतोष व्यक्त किया कि उनके संज्ञान में आया है कि महिलाओं के प्रसव के उपरान्त उन्हें निर्धारित धनराशि उपलब्ध नहीं करायी जाती है। उन्होंने निर्देश दिये कि इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से सही किया जाये।
इस अवसर पर विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डाॅ0 काजल महानिदेशक परिवार कल्याण डाॅ0 एम0आर0 मलिक, विशेष सलाहकार एन0एच0एम0 डाॅ0 बी0एम0 अरोड़ा तथा मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 एस0एन0एस0 यादव उपस्थित थे।