लखनऊ: प्रदेश के परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविदास मेहरोत्रा ने आज यहां श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में कृमि मुक्ति दिवस का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने पेट में कीड़े मारने की दवा एलबेन्डाजोल टैबलेट का वितरण भी किया।
इस मौके पर श्री मेहरोत्रा ने कहा कि लोगों में खासतौर से बच्चों के पेट में कीड़े होने की समस्या अक्सर प्रकाश में आती रही है। आंत में पैरासाइट होना एक गम्भीर बीमारी है। पेट में कीड़ों होने की वजह से बच्चे जल्द ही कुपोषण का शिकार हो जाते हैं, जो अत्यन्त चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से निजात पाने के लिए आज पूरे प्रदेश में कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा। इस अवसर पर पूरे प्रदेश में करीब 15 करोड़ लोगों में एलबेन्डाजोल टैबलेट वितरित की जाएगी।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि भोजन करते समय यह कीड़े पेट में चले जाते हैं और धीरे-धीरे अपनी वृद्धि करते रहते हैं। हम जो खाना खाते है, ये कीड़े उसको अपना आहार बना लेते हैं। इससे शीघ्र लोगों में कुपोषण की समस्त शुरू हो जाती है। इसके अलावा व्यक्तियों में इन कीड़ों की वजह से ब्लड और दिमाग में संक्रमण भी होने लगता है। उन्होंने कहा कि एक साल के बच्चे से लेकर 19 साल तक के किशोर के पेट में कीड़े होने की बीमारी ज्यादा होती है। खासतौर से ग्रामीण एवं मजदूरी करने वाले लोग इस समस्या से अधिक ग्रसित होते हैं।
श्री मेहरोत्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। साथ ही प्रदेश भर में पेट में कीड़े से होने वाली जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिये निःशुल्क एलबेन्डाजोल टैबलेट का शत-प्रतिशत वितरण किया जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी गांव-गांव भ्रमण कर इस दवा का वितरण सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर सिविल अस्पताल के अधीक्षक, श्री आशुतोष दुबे ने बताया कि कि पेट में कीड़े न उत्पन्न हो इसके लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। भोजन करने से पूर्व हाथ को सही ढ़ग से साफ किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जो आहार हम ग्रहण कर रहे हैं, वह भी शुद्ध हो। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों को सलाह देते हुए कहा कि नाखून हमेशा साफ रखने चाहिए। नंगे पांव बिलकुल नहीं चलना चाहिए। एलबेन्डाजोल टैबलेट हर छः माह के अन्तराल पर सभी को लेनी चाहिए। इन सभी बातों पर यदि गौर किया जाए, तो यह बीमारी बिल्कुल नहीं पनपेगी।
इस मौके पर महानिदेशक परिवार कल्याण, डा0 सत्यमित्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 एस0एन0एस0 यादव सहित काफी बच्चे और उनके माता-पिता मौजूद थे।