लखनऊ: अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने आज कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के कोविड टीकाकरण के डाटा का विश्लेषण करके चेक कर लिया जाय। बहुत से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 45 वर्ष से ऊपर के लोगों के टीकाकरण सत्रों में वैक्सीनेशन करा लिया गया है। अन्य सत्रों में वैक्सीनेशन करा चुके स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या को मूल डाटा में सम्मिलित कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में कोविड वैक्सीनेशन 100 प्रतिशत से भी अधिक दर्शाया जा रहा है उनका विश्लेषण कर पता किया जाय कि किस समीकरण के आधार पर लक्ष्य से अधिक टीकाकरण सम्भव हुआ है। अपर मुख्य सचिव आज यहां जूम के माध्यम से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड वैक्सीनेशन के कार्यों में तेजी लाई जाये। उन्होंने कहा कि इस समय कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण में एईएफआई (एडवर्स इवेन्ट फाॅलिंग इम्यूनाइजेशन) का रिकार्ड वैक्सीनवार रखा जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि वैक्सीनेशन के उपरान्त भी जो लोग संक्रमित हो गये हैं उनका विवरण भी तैयार किया जाय तथा इस विवरण में संक्रमित व्यक्ति के संक्रमण स्तर की जानकारी भी दी जाय। बैठक में उन्होंने वैक्सीन के वेस्टेज को रोकने के लिए प्रभावी व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
नियमित टीकाकरण पर चर्चा करते हुए अमित मोहन ने कहा जो जिले टीकाकरण में पिछड़ रहे हैं उनसे सीधी वार्ता की जाय तथा प्रत्येक शनिवार को जिला टास्क फोर्स की बैठक की जाय। उन्होंने कोविड संक्रमण के कारण होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों का डेटा जिला स्तर पर डीएम और सीएमओ को भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जिससे मरीजों के लिए स्थानीय स्तर पर व्यवस्थाएं सुचारू रहें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ने 18 वर्ष से ऊपर के व्यस्कों का टीकाकरण प्रारम्भ करने के लिए यथाशीघ्र व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय ने कोविड वैक्सीनेशन के लिए पूरी फैमिली को एक साथ टीकाकरण करने के विकल्प का प्रस्ताव किया।
बैठक में सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ कोरोना संक्रमण के कारण होम आइसोालेशन में रह रहे स्वास्थ्य विभाग के सम्बंधित अधिकारियों ने भी जूम पर आॅनलाइन प्रतिभाग किया।