लखनऊ: प्रमुख सचिव आबकारी श्रीमती कल्पना अवस्थी ने आवास विकास परिषद के सभागार में आबकारी विभाग के अंतर्गत विभिन्न राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा बैठक करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रवर्तन कार्य को और कारगर बनाया जाये। उन्होंने कहा कि अवैध मदिरा के उत्पादन पर पूरी तरह से अंकुश लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अन्तर्राज्यीय तस्करी की रोकथाम पर विशेष जोर दिया जाये।
श्रीमती अवस्थी ने कहा कि आबकारी विभाग के अन्तर्गत निर्धारित की गयी राजस्व प्राप्तियों की निर्धारित समय में प्राप्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आबकारी प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसीलिए इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
प्रमुख सचिव आबकारी श्रीमती कल्पना अवस्थी ने बैठक में बताया कि जून, 2018 में 1678.50 करोड़ रुपये की प्राप्तियां हुई। जबकि गतवर्ष इसी अवधि की 1324.25 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जून, 2018 तक 2328.93 करोड़ रुपये अर्थात् 59.31 प्रतिशत राजस्व की वृद्धि हुई।
प्रवर्तन कार्य की जानकारी देते हुए श्रीमती अवस्थी ने बताया कि जून, 2018 तक कुल 8851 अभियुक्त पकड़े गये। जबकि गतवर्ष इसी अवधि में 43,780 अभियुक्त पकड़े गये। इसी अवधि में 3.27 लाख लीटर अवैध मदिरा पकड़ी गयी। इसके साथ ही 116 वाहन पकड़े गये तथा 480 व्यक्तियों को जेल भेजा गया।
श्रीमती अवस्थी ने बताया कि वर्ष 2017-18 में जून 2018 तक 539.04 लाख कुण्टल शीरे का उत्पादन हुआ। जो गत वर्ष की तुलना में इस अवधि में 37.4 प्रतिशत अधिक उत्पादन हुआ है। इसी अवधि में 35.77 लाख कुण्टल शीरे का निर्यात दूसरे राज्य में भी किया गया है। उन्होंने बताया कि माह जून, 2018 तक 6000.83 लाख लीटर एल्कोहल का उत्पादन हुआ, जो गत् वर्ष इसी अवधि के सापेक्ष 19.1 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि में 56.60 लाख लीटर एल्कोहल का निर्यात देश के बाहर किया गया।