लखनऊ: मण्डी परिषदों में किसानों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उ0प्र0 मण्डी परिषद द्वारा ‘‘मण्डी मित्रों‘‘ की व्यवस्था की गई है। इनके अतिरिक्त 505 प्रांतीय रक्षा दल के जवानों की भी अतिरिक्त तैनाती मंण्डियों में की गई है।
यह जानकारी राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद उ0प्र0 के निदेशक जे0पी0 सिंह ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि मण्डी परिषदों में आने वाले लोगों के लिए 15 बिदुुंओं पर एक कार्य योजना भी तैयार की गई है। इस कार्य योजना के तहत मण्डी के प्रवेश द्वार पर साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था की गई है। मण्डी में मास्क पहनने की अनिवार्यता, मण्डी में आने वाले व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग मण्डी परिषदों की निरंतर सफाई इत्यादि उपायों पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मण्डी परिषदों में सोशल डिस्टेसिंग के मानकों के अनुपालन पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
मण्डी निदेशक ने बताया कि प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान आवश्यक सेवाओं में सम्मिलित करते हुए कुल 251 मण्डी समितियां नियमित एवं सुचारू रूप से संचालित हैं इनमें से 72 फल एवं सब्जी की प्रमुख मंण्डियां है, तथा 148 खाद्यान्न की परिसरयुक्त प्रमुख मंण्डियां संचालित है।
श्री सिंह ने बताया कि ऐसे लाईसेन्सियों के विरूद्ध भी कार्यवाही की गयी है, जिनके द्वारा सोशल डिस्टेन्सिंग के मानकों का पालन नहीं किया गया है। इस क्रम में प्रदेश में 255 लाईसेन्स निलम्बित अथवा निरस्त किये गये हैं, 632 लाईसेन्सधारकों को कारण बताओं नोटिस निर्गत की गयी है। तथा रू0 31.30 लाख अर्थदण्ड वसूला गया।
मण्डी निदेशक ने बताया कि प्रदेश में आम के आगामी सीजन के दृष्टिगत आम निर्यात की व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए मैंगों पैक हाउस लखनऊ एवं सहारनपुर की सफाई व सैनिटेशन का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष इन दोनांे मैंगो पैक हाउस में 8400 कु0 का निर्यात किया गया। इस वर्ष 10,000 कु0 आमों के निर्यात का लक्ष्य है।
श्री सिंह ने बताया कि प्रदेश की सभी मण्डी समितियाॅ कोरोना के इस संकट काल में भी प्रदेश के समस्त उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण, स्वच्छ एवं सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराए जाने हेतु प्रतिबद्ध है।