लखनऊ: रेडक्रॉस सोसाइटी आपातकाल एवं दुर्घटना में पीड़ित लोगों के लिए रामबाण का काम करती है। सोसाइटी ने मानव सेवा के आदर्श उदाहरण पेश किए हैं। अगर कोई अफसर सोसाइटी में काम नहीं करना चाह रहा है, तो उन्हें हटा कर कर्मठ लोगों को जोड़ा जाए। माहवार बैठकें आयोजित हों और कार्यों की समीक्षा की जाए।
गुरुवार को वाराणसी में रेडक्रॉस सोसाइटी की 25 जिलों की समीक्षा बैठक (समूह-1) को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडक्रॉस सोसाइटी हर परिस्थिति में मानव सेवा करती है। आपातकाल में सोसाइटी ने मानव सेवा के बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। समीक्षा बैठक में उन्होंने निर्देशित किया कि सभी जिलों के चेयरमेन एवं सचिव का एक व्हॉट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिस पर विषय से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने गोंडा में सोसाइटी का एक पखवाड़े में ऑडिट कराने के निर्देश दिए। बैठक में बहराइच समेत अन्य अनुपस्थित अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि जिलों में ब्लड बैंक के निर्माण कार्य में तेजी लाएं। फंड जुटाने के लिए मेंबरशिप बढ़ाई जाए। सभी मेंबरों को प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
’जिलों में लगाएं रक्तदान शिविर’
समीक्षा बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सभी जिलों में सोसाइटी के बैनर तले रक्तदान शिविर लगाए जाएं। आमजन को प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कैंपेन भी चलाया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि पदाधिकारी समय पर जरूरी सूचनाएं राज्य मुख्यालय को उपलब्ध कराएं। किसी भी आपदा की जानकारी मिलने पर रेडक्रास की टीम प्रथिमिकता से पहुंचे और मौके पर पहुंचकर उपचार शुरू करे।