लॉकडाउन के चौथे चरण में रेड जोन का दायरा कम करने के साथ सीमित दायरे में हवाई व सार्वजनिक सड़क परिवहन शुरू किया जा सकता है। हालांकि, प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी से देश के हर हिस्से तक पहुंच रहे कोरोना संक्रमण से सरकार की चिंताएं बढ़ी हैं। इस बार लॉकडाउन में राज्य ज्यादा जवाबदेह होंगे और वे अपने यहां अपने ढंग से ग्रीन, ऑरेंज व रेड जोन तय कर सकते हैं।
लॉकडाउन का नया चरण 18 मई से शुरू हो रहा है और उसमें सरकार के भारी-भरकम आर्थिक पैकेज पर अमल की शुरुआत भी होनी है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण के बीच कामकाज शुरू करने के लिए का दबाव भी है। संक्रमण के लिहाज से तीन जोन- रेड, ग्रीन व ऑरेंज के लिए नियमों में बदलाव किया सकता है। पूरे जिले या पूरे शहर को रेड जोन बनाने की जगह हॉट स्पॉट वाले क्षेत्रों में भी सख्ती रखी जा सकती है व बाकी में सीमित कामकाज शुरू किया जा सकता है।
आर्थिक कामकाज का खाका खींचा जा रहा
राज्य सरकारों से सुझाव मिलने के बाद केंद्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर जारी विचार-विमर्श में लॉकडाउन के दिशा-निर्देश तय करने के साथ आर्थिक कामकाज का खाका भी खींचा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस बार गैर हॉट स्पॉट क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन शुरू किया जा सकता है। स्पेशल ट्रेन की तरह सीमित हवाई सेवा व बस सेवा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शुरू की जा सकती है। ऑटो व टैक्सी को भी सीमित अनुमति दी जा सकती है। हालांकि, एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए ट्रैवल पास जरूरी होगा।
लॉकडाउन के 54 दिन पूरे होंगे
17 मई को लॉकडाउन के 54 दिन पूरे हो रहे हैं। अब आर्थिक काम का दबाव बढ़ा है और उद्योग धंधे भी शुरू करने हैं। खेती-किसानी के काम के साथ सरकारी दफ्तर भी खोलने हैं और दूसरे कामकाज भी शुरू किए जाने हैं। यह सब तब होना है जबकि देशभर में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है, खतरे भी बढ़े हैं। ऐसे में सरकार जमीन पर हालात सामान्य रखते हुए आगे बढ़ेगी। Source Live हिन्दुस्तान