लखनऊ: ऊर्जा राज्यमंत्री श्री यासर शाह ने कहा है कि प्रदेश में बिजली बचाने हेतु ज्यादा से ज्यादा लोग एल.ई.डी. बल्बों का प्रयोग कर अपने मासिक बिजली बिल में कमी लाएं। उन्होंने कहा कि अब एल.ई.डी. बल्बों को बी.ई.ई. द्वारा स्टाॅर चिन्हित किया जाता है। इस लिए अब यदि आप अपने घर या कार्यालय में बिजली की बर्बादी होते देखे तो उसे रोकें।
उन्होंने कहा कि स्टाॅर रेटिंग, लाईट के ल्युमेन/वाट के आउटपुट पर आधारित होती है। 02 स्टाॅर के बल्बों को सबसे कम और 05 स्टाॅर के बल्बों को सर्वाधिक दक्ष माना जाता है। जब एक सी.एफ.ए.एल. बल्ब को 03 स्टाॅर एल.ई.डी. बल्ब से बदला जाताहै तो वह 42 रुपये प्रतिवर्ष और जब साधारण बल्ब से बदला जाता है तो वह 318 रु0 प्रतिवर्ष की बचत करता है। इसके साथ ही जब एक सी.एफ.ए.एल. के स्थान पर 03 स्टाॅर एल.ई.डी. बल्ब लगाते हैं तो इससे कार्बनडाइआक्साइड के उत्सर्जन में 6.8 किलोग्राम की कमी आएगी और जब साधारण बल्ब के स्थान पर इसका उपयोग किया जाएगा तो कार्बनडाइआक्साइड के उत्सर्जन में लगभग 51.5 किलोग्राम की कमी आएगी। अतः एल.ई.डी. बल्ब पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी बेहतर है।