लखनऊः प्रदेश में बन रही सड़कों के नियमित रखरखाव के लिये एक विस्तृत कार्य योजना बनायी जाय ताकि सड़कों को खराब होने से रोका जा सके ये निर्देश उपमुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के तथागत सभागार में विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि सड़क बनाने से पहले पब्लिक यूटीलिटी से जुड़े समस्त पहलुओं पर विचार कर लिया जाय ताकि सड़क बनने के बाद पब्लिक यूटीलिटी के लिये सड़क को काटना न पड़े। श्री मौर्य ने सुझाव दिया कि अधिक अच्छा होगा, यदि पब्लिक यूटीलिटी के कार्यों हेतु सड़क के दोनों ओर पब्लिक यूटीलिटी डक बना दिये जाय।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ओवर लोडिंग के कारण सड़कें खराब हो रही हैं, अतः ओवर लोडिंग रोके जाने हेतु भी कार्य योजना बनाकर जरूरी एहतियाती उपाय किये जांय। श्री मौर्य ने कहा कि सड़कों की स्वच्छता हेतु जन जागरूकता के लिये स्लोगन लिखें जांय तथा जो सड़के स्वीकृत हुई हैं अथवा निर्माण कार्य जारी है उनके सम्बन्ध में सभी सूचनायें यथा विधानसभा क्षेत्र, मार्ग का नाम, स्वीकृत धनराशि, कार्य का ब्यौरा आदि अवश्य अंकित किया जाय ताकि जन सामान्य को कार्य के बारे में पूरी जानकारी रहे और कार्य पूर्ण पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ हो सके।
श्री मौर्य ने कहा कि प्रदेश से सभी आठ पिछड़े जिलों (चित्रकुट, बलरामपुर, बहराईच, सोनभद्र, श्रावस्ती, चन्दौली, सिद्धार्थनगर एवं फतेहपुर) को सड़कों के मामले में विकसित करने हेतु विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्राथमिकता से कार्य कर माॅडल जिला के रूप में विकसित करें। श्री मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो हर्बल मार्ग विकसित किये गये हैं, उनका नियमित निरीक्षण किया जाय ताकि हर्बल पौधे विकसित हो सकें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में लगभग 25000 बेलदार कार्य कर रहे हैं उन्हे अवर अभियन्ता के कार्यों के अनुसार गैंग बनाकर सड़कों में मेन्टीनेंस कार्य में लगाया जाय ताकि क्षतिग्रस्त सड़कों की ससमय मरम्मत होती रहे। उपमुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोक निर्माण विभाग के समस्त दस्तावेजों में फैजाबाद के स्थान पर अयोध्या तथा इलाहाबाद के स्थान पर प्रयागराज लिखा जाय।