नई दिल्ली: नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आयोजित दूसरे वैश्विक री-इंवेस्ट भारत – अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन साझेदारी नवीकरणीय ऊर्जा विशेषज्ञ बैठक एवं प्रदर्शनी (री-इंवेस्ट 2018) के गहन तकनीकी सत्र में औद्योगिकी विशेषज्ञों, कारपोरेट जगत की हस्तियों ने हिस्सा लिया। इसका आयोजन ग्रेटर नोएडा में किया गया था। उपस्थितजनों ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के अवसरों और चुनौतियों पर विचार किया।
री-इंवेस्ट 2018 के पहले दिन मंत्रिस्तरीय सत्रों में हुई चर्चा का उल्लेख करते हुए नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री जी.के. गुप्ता ने कहा कि जिस तरह दूरसंचार क्रांति में 16 रुपये प्रति मिनट की दर को कम करके उसे कुछ पैसे तक सीमित कर दिया गया है, उसी तरह अब समय आ गया है कि नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी इसी तरह की क्रांति की जाए।
तकनीकी सत्र में विचार व्यक्त करते हुए इमरजेंट वेंचर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विनोद काला ने कहा कि घरेलू उत्पादन, मांग सृजन और अन्य सुविधाओं के लिए सहायक नीति और नियमों की आवश्यकता है।
री-इंवेस्ट 2018 के दूसरे दिन आयोजित तकनीकी सत्रों में सॉफ्ट-बैंक एनर्जी के कार्यकारी अध्यक्ष श्री मनोज कोहली, क्षेत्रीय कार्यक्रम अधिकारी-एशिया (साझेदारी प्रभाग, अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी) श्री प्रसून अग्रवाल और हीरो फ्यूचर एनर्जीस प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री राहुल मुंजाल भी उपस्थित थे।