देहरादून: सीआईआई इनवेस्ट नार्थ में उत्तराखंड दिखाएगा अपनी निवेश की क्षमता, उत्तराखंड करेगा सीआईआई इनवेस्ट नार्थ में प्रतिभागिता, इसका उद्घाटन करेंगी निर्मला सीतारमन।
31 देशों के प्रतिनिधि और डिप्लोमेट करेंगे इस इवेंट में प्रतिभागिता, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत इंडस्ट्री के सीईओ को करेंगे संबोधित, उत्तराखंड सरकार ने कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री द्वारा आयोजित किए जाने वाले इनवेस्ट नार्थ में अपनी क्षमता दिखाने की पूरी तैयारी कर ली है। इसका आयोजन नई दिल्ली के होटल द ललित में 10 और 11 सितंबर को किया जाएगा। इस कनक्लेव में राजस्थान सरकार राजस्थान में निवेश का टॉप एजेंडा लेकर आ रही है। मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर कामर्स एंड इंडस्ट्री गवर्नमेंट ऑफ इंडिया श्रीमती निर्मला सीतारमन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत की मौजूदगी में इसका उद्घाटन करेंगी। इस मौके पर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री मौजूद होंगे। पिछले तीन संस्करण की तरह सीआईआई इनस्टे नार्थ घरेलू और ओवरसीज इनवेस्टर्स को आकर्षित करेगा। इसमें उत्तराखंड भी प्रतिभागिता करेगा। उत्तराखंड के निवेशकों को आमंत्रित करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हम इंडस्ट्री और बिजनेस के लिए इको सिस्टम उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे यहां बिजनेस फ्रेंडली पालिसी, सिंगलविंडो सिस्टम है। इस यात्रा में हम सभी को एक साथ रखना चाहते हैं। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत 10 सितंबर को सीनियर स्टेट गवर्नमेंट अधिकारियों के साथ सीईओ को संबोधित करेंगे और मेगा प्रोजेक्ट में निवेश के संबंध में चर्चा करेंगे।
उत्तराखंड इंडस्ट्रियल डवलपमेंट की मंत्री श्रीमती डाॅ. इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि उत्तराखंड तेजी से बढ़ता हुआ राज्य है। हमारी कोशिश है कि इंडस्ट्री की ग्रोथ तेजी के साथ हो। हमारी कोशिश है कि इंडस्ट्रियल इस्टेट के साथ एक अच्छा निवेश का माहौल बनाएं। उत्तराखंड के बारे में निवेश के संबंध में उत्तराखंड के चीफ सेकेट्री राकेश शर्मा ने बताया कि वल्र्ड क्लास इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर उत्तराखंड में है। यहां योजनाबद्ध ढंग से इंडस्ट्रियल डवलपमेंट किया जा रहा है। यहां पावर के टैरिफ सस्ते हैं, इंसेंटिव हैं और नालेज आधारित इंडस्ट्री हैं। यह ड्रीम इनवेस्टमेंट स्थान है। सीआईआई उत्तराखंड स्टेट काउंसिल के चेयरमैन प्रशांत महादिक ने कहा कि अपने आप में अनूठी कनक्लेव है। जिसका उद्देश्य आठ नार्दन राज्यों में निवेश का रिव्यू करना है। इस कनक्लेव में उत्तराखंड के निवेश के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी और उत्तराखंड में दी जाने वाली सुविधाओं पर चर्चा होगी।
सीआईआई उत्तराखंड स्टेट काउंसिल के चेयरमैन ने कहा कि उत्तराखंड सरकार के लिए यह एक शानदार प्लेटफार्म है। इसमें सरकार अपनी बेस्ट प्रेक्टिस और इंडस्ट्री पाॅलिसी को देख सकते हैं। हमारी कोशिश है कि सरकार बी टू बी मीटिंग, स्पेशल मीटिंग होगी। सीआईआई इनवेस्ट नार्थ के चेयरमैन और फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड के एक्जिक्यूटिव चेयरमैन मलविंदर मोहन सिंह ने कहा कि सीआईआई इनवेस्ट नार्थ 2015 पिछले तीन एडीशन को एजेंडा लेकर आगे जाएगा। जिसमें निवेश की क्षमता देखी जाएगी और नार्दन रीजन में निवेश को बढ़ावा दिया जा सके। इस इवेंट का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा होगा वन टू वन मीटिंग, बी टू बी मीटिंग के माध्यम से निवेश की क्षमता का आंकलन किया जा सकेगा। इससे इंडस्ट्री और राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार की इनवाल्वमेंट बढ़ेगी। इसके माध्य्ाम से नई पार्टनरशिप के लिए भी रास्ते खुल सकेंगे। मलिवंदर सिंह ने कहा कि इनवेस्ट नार्थ का आयोजन यूनियन कामर्स मिनिस्ट्री के डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पाॅलिसी और प्रमोशन के सहयोग से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य नार्दन स्टेट गवर्नमेंट को एक प्लेटफार्म पर लाना है। जिससे कि व्यापार को बढ़ावा मिल सके। इसमें राज्य सरकार इंडस्ट्रियल पालिसी को लेकर बेस्ट प्रेक्टिस को अपना सकती हैं। सीआईआई इनवेस्ट नार्थ का उद्देश्य व्यापार को बढ़ावा देना है। इसमें नार्थ के डेस्टिनेशन को प्रमोट करना भी शामिल है। सीआईआई नार्दन रीजन के चेयरमैन और सोमानी सेरेमिक्स के सीएमडी श्रीकांत सोमानी ने कहा कि सीआईआई इनवेस्ट नार्थ में स्टेट सेशन होंगे, जिसे संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री या इंडस्ट्री मिनिस्टर संबोधित करेंगे। इसके साथ ही मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, ई-कामर्स, ग्लोबल इंगेजमेंट और व्यापार के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा सकेगा। इसके माध्यम से फ्रेट और इंडस्ट्रियल कारीडोर की भूमिका पर भी चर्चा की जाएगी। जिसमें नार्दन स्टेट के चीफ सेकेट्री होंगे। उन्होंने बताया कि इसमें सत्तर प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसमें कई देशों के प्रतिनिधि आएंगे। जिसमें चीन, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, थाईलैंड, नीदरलैंड, यूनाइटेड किंगडम, इटली, इजिप्ट, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, मंगोलिया, इंडोनेशिया, स्वीडन, क्यूबा, टर्की, फ्रांस, ताइवान, चिली, रोमानिया, मावदीव, जिंबाब्वे, जर्मनी, कोरिया भी इसमें प्रतिभागिता करेंगे।