देहरादून: प्रथम पर्वतजन टूरिज्म अवार्ड के अवसर पर विभिन्न विभूतियों को सम्मानित करते हुए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा है कि उत्तराखंड का धार्मिक तीर्थाटन एवं पर्यटन इस प्रदेश को देश का सिरमौर प्रदेश बनाने में सक्षम हैl
हिंदी भवन देहरादून में आयोजित पर्वतजन ग्रुप का प्रथम टूरिज्म अवार्ड समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ lपर्वतजन ने उत्तराखंड में पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य कर रहे अनेक संस्थानों एवं व्यक्तियों को सम्मानित किया l
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल जी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया l इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा है कि उत्तराखंड देव भूमि के साथ-साथ वीर भूमि एवं तीर्थाटन एवं पर्यटन के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है l उन्होंने कहा है कि पर्यटन को बढ़ाने के लिए राज्य के लोगों को ही प्रयास करना होगा श्री अग्रवाल ने कहा है कि उत्तराखंड का नाम तीर्थाटन के क्षेत्र में न केवल देश बल्कि विदेशों में भी ख्याति प्राप्त है हमें देवभूमि के अनुरूप यहां के लोगों को अपने व्यवहार और स्वभाव से पर्यटन को और अधिक विकसित करना होगा l
श्री अग्रवाल ने अवार्ड प्राप्त करने वाले सभी संस्थाओं में व्यक्तियों को अपनी शुभकामनाएं दी साथ ही श्री अग्रवाल जी ने कहा कि संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड विधान सभा द्वारा अनेक प्रयास किए जा रहे हैं l
सम्मान समारोह में राजपुर विधानसभा के विधायक श्री खजान दास ने भी अपने विचार व्यक्त किए l
इस अवसर पर बेस्ट होटल इन स्टार केटेगरी में जे एस आर कॉन्टिनेंटल, बेस्ट होटल इन बजट केटेगरी में निर्वाणा, वेस्ट रिसोर्ट का नेचर वैली रिसॉर्ट , पैराग्लाइडिंग के लिए इसका ईटिंग पैराग्लाइडिंग एडवेंचर स्पोर्ट्स, इसका ईटिंग एडवेंचर स्पोर्ट्स, वेस्ट होमस्टे का विशाल हिल गेस्ट हाउस, कुकरेजा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट आदि संस्थाओं को सम्मानित किया गया l इसके अलावा प्रशांत नेगी नलिन खंडूरी चंद्रमौलि डोडियाना, आदि लोगों को सम्मानित किया गया l
कार्यक्रम में शिव प्रसाद सेमवाल, राजकुमार धीमान, हेमलता डोगियाल, जे एस पांडे, गजेंद्र रावत, प्रशांत नेगी, के.डी भट्ट, त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, सूबेदार मेजर तेजपाल सिंह, चंद्र मौजी ढौडियाल, विनोद कोठियाल, मान चंद शाह कुलदीप राणा, प्रेम पंचोली आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे lकार्यक्रम का संचालन चंद्रवीर गायंत्री ने किया l