प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जनभागीदारी की परिकल्पना को आगे बढ़ाते हुए, इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने 30 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली में “माईगव के 8 साल” का उत्सव मनाने के लिए दिनभर चलने वाले एक कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में नीति आयोग के सीईओ श्री परमेश्वरन अय्यर, जी20 शेरपा श्री अमिताभ कांत और क्षमता निर्माण आयोग के सचिव श्री हेमंग जानी सहित कई गणमान्य हस्तियां उपस्थित थीं। माईगव ने भारत बाला, फिल्म निर्देशक एवं निर्माता, वर्चुअल भारत; सुप्रिया पॉल, निदेशक एवं सह-संस्थापक, जोश टॉक्स; आशीष चक्रवर्ती, कार्यकारी निदेशक, इंडिया हेड ऑफ क्रिएटिव, मैककैन वर्ल्ड ग्रुप तथा गिरिराज किराडू, नेशनल हेड, लोकल लैंग्वेजेज, योर स्टोरी सहित भारतीय रचनात्मक उद्योग की प्रमुख हस्तियों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
केन्द्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने ‘युवाओं के लिए जिम्मेदार एआई 2022’ का भी शुभारंभ किया। युवाओं के लिए जिम्मेदार एआई का निर्माण इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग द्वारा इंटेल इंडिया और शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से किया गया था। यह कार्यक्रम एआई-तकनीक की गहरी समझ विकसित करने और युवाओं को मानव-केन्द्रित डिजाइनर बनने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु देशभर के कक्षा 8-12 में पढ़ने वाले सभी स्कूली छात्रों के लिए खुला होगा।
माईगव के सीईओ श्री अभिषेक सिंह ने उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने सम्मानित श्रोताओं को संबोधित करते हुए माईगव के प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “सहभागी शासन के माध्यम से नागरिकों की अपेक्षाओं को पूरा करने हेतु अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए टीम माईगव पर मुझे बेहद गर्व है। हमारी इस यात्रा में अपना समर्थन प्रदान करने के लिए माईगव के सभी साथियों, हितधारकों और भागीदारों का बेहद आभारी हूं।”
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, केन्द्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने माईगव 2.0 के बारे में अपने विचार व्यक्त किए और कहा, “प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ-साथ माईगव जैसे प्लेटफार्मों ने बड़े पैमाने पर सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं के संपूर्ण लाभों को नागरिकों तक पहुंचने में समर्थ बनाया है। मैं माईगव टीम को आठ साल पूरे करने पर बधाई देता हूं। माईगव ने नागरिकों को सरकार से जुड़ने में मदद की है। यह मंच अधिक से अधिक नागरिकों को अपने विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।”
भारत सरकार का नागरिकों के साथ जुड़ाव वाले मंच, माईगव (mygov.in) का शुभारंभ 26 जुलाई 2014 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था और इसे ‘कार्रवाई’, ‘विमर्श’ और ‘प्रसार’ के तीन स्तंभों पर तैयार किया गया है। अपनी शुरुआत के बाद से, माईगव नागरिकों के लिए राष्ट्र निर्माण की दिशा में अपने अनूठे कौशल का योगदान करने के एक समग्र मंच के रूप में विकसित हुआ है। साथ ही, माईगव ने वीडियो, इन्फोग्राफिक्स, पॉडकास्ट, इंटरेक्टिव डैशबोर्ड आदि जैसे विभिन्न रचनात्मक प्रारूपों और माध्यमों में सूचना के निर्बाध प्रसार के जरिए संवादहीनता की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कुल 2.5 करोड़ से अधिक पंजीकृत नागरिकों के साथ, माईगव ने चर्चाओं, नवाचार संबंधी चुनौतियों, क्विज, रचनात्मक प्रतियोगिताओं, संकल्पों और लोगों की राय जैसे विभिन्न तरीकों माध्यम से रचनात्मकता एवं नवीनतम तकनीक का प्रभावी तरीके से मिश्रण किया है। आजादी का अमृत महोत्सव, डिजिटल इंडिया, पीएम जन धन योजना और स्वच्छ भारत सहित भारत सरकार के कुछ सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक – चिन्ह (लोगो) को माईगव साथियों द्वारा इस मंच पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से बनाया गया है। पिछले वर्ष माईगव द्वारा संचालित कुछ सबसे उल्लेखनीय अभियानों में सेवा समर्पण (सुशासन के 20 वर्ष), आजादी का अमृत महोत्सव, सबका विकास महा क्विज और अग्निवीर शामिल हैं।
आंकड़ों में अगर माईगव के प्रभाव की बात करें, तो इसने विभिन्न अनुभागों, पृष्ठों और माइक्रोसाइट्स पर कुल मिलाकर 1.4 बिलियन व्यूज प्राप्त किए हैं। कोविड-19 से संबंधित सूचनाओं के प्रसार के लिए शुरू की गई माईगव हेल्पडेस्क और चैटबॉट के माध्यम से 9 करोड़ उपयोगकर्ताओं को 42 करोड़ से अधिक संदेश भेजे गए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के लिए 4 करोड़ से अधिक आईवीआरएस संदेश और 3.8 लाख से अधिक विचार प्राप्त हुए हैं। फेसबुक पर 13 लाख से अधिक फॉलोअर्स, इंस्टाग्राम पर 21 लाख फॉलोअर्स, यूट्यूब पर 6 लाख सब्सक्राइबर, ट्विटर पर 30 लाख फॉलोअर्स और शेयरचैट, रोपोसो, कू और चिंगारी में लाखों फॉलोअर्स के साथ माईगव विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद है।