लखनऊ: उत्तर प्रदेश वाणिज्यकर विभाग के प्रमुख सचिव श्री बीरेश कुमार एवं वाणिज्यकर कमिश्नर श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने आज यहां वाणिज्यकर
मुख्यालय के सभागार में वाणिज्यकर वसूली की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने समस्त जोनल एडिशनल कमिश्नर एवं ज्वाइन्ट कमिश्नर को निर्देशित किया है कि वे वाणिज्यकर राजस्व की प्राप्ति एवं वसूली में तेजी लाये । प्रमुख सचिव श्री बीरेश कुमार ने इटावा अलीगढ़ तथा इलाहाबाद के जोनल एडिशनल कमिश्नर को कम राजस्व वसूली के कारण सख्त चेतावनी देते हुए वसूली बढ़ाने के निर्देश दिए । उन्होंने लखनऊ द्वितीय तथा गोरखपुर के जोनल एडिशनल कमिश्नर को 90 प्रतिशत वसूली लक्ष्य प्राप्त करने पर संतोष व्यक्त करते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिये ।
प्रमुख सचिव श्री बीरेश कुमार ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सार्थक कार्ययोजना बनाते हुए टीम भावना से कार्य करते हुए राजस्व वसूली करें। जिला प्रशासन से बेहतर तालमेल रखते हुए प्रवर्तन कार्यो को सम्पन्न करायें जिससे लक्ष्य की पूर्ति हो सके। उन्होंने पंजीकृत व्यापारियों की संख्या में वृद्धि करते हुए टैक्स बेस बढ़ाने पर बल दिया है।
बैठक में वाणिज्यकर कमिश्नर श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने प्रमुख सचिव को अवगत कराया कि मासिक लक्ष्य 4,567.86 करोड़ रूपये के सापेक्ष 3,964.87 करोड़ रूपये की उपलब्धि हुई है जो गतवर्ष की अपेक्षा 431,50 करोड़ रूपये अधिक है। बकाया वसूली में लक्ष्य 294.90 करोड़ रूपये के सापेक्ष 257.70 करोड़ रूपये वसूली की गयी। माह दिसम्बर 2015 में 1,61,746 रिटर्न की स्कूटनी करते हुए 151.15 करोड़ रूपये की मांग सृजित की गयी।
श्री मेश्राम ने प्रमुख सचिव को अवगत कराया कि सचल दल इकाईयों द्वारा 4414 अपंजीकृत वाहनों से 19.06 करोड़ रूपये की अर्थदण्ड जमानत जमा कराये जाने और 599 टी0डी0एफ0 के मामलों में भी 8.11 करोड़ रूपये की अर्थदण्ड/जमानत जमा करायी गयी है। इसी प्रकार विशेष अनुसंधान शाखा इकाईयों द्वारा कुल 289 श्रंृखलावद्ध करापवंचन के मामलों में 2952.56 करोड़ रूपये का टर्नओवर उद्घाटित किया गया तथा 77 ट्रांसपोटर्स एवं 50 गल्ला मण्डियों की जांच और 36 फर्जी फर्मों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी है।