लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी में विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने सभी विकास योजनाओं को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क परियोजनाओं के निर्माण कार्यों के पूर्ण होने पर ही जनता को उसका लाभ मिलता है। उन्होंने घरों में कुकिंग गैस की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के लिए वॉर्ड वार जागरूकता कैम्प लगाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि कुकिंग गैस का माध्यम अपेक्षित रूप से सस्ता एवं सुरक्षित है।
कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार की अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति है। अपराध सम्बन्धी वारदातों में कठोर कार्रवाई किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अपराधियों व माफियाओं से साठ-गांठ अथवा उनके प्रति शिथिलता बरते जाने पर सम्बन्धित की जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने कहा कि माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। वाराणसी में 30 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की गई। इस प्रकार की कार्यवाही को आगे भी जारी रखा जाए। इससे आमजन में सुरक्षा का भाव उत्पन्न होता है और अच्छा संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस प्रकार के कार्यक्रमों को वर्ष पर्यन्त जारी रखा जाए। शहीद स्मारकों पर पुलिस बैण्ड के कार्यक्रम आयोजित हों। उन्होंने कहा कि वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान पुलिस के कार्यों और व्यवहार की प्रवासी भारतीयों ने प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री जी ने स्वनिधि योजना के तहत सभी पात्र वेण्डरों को लाभान्वित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त रखा जाए। मैनुअल रिक्शों को ऑटो में परिवर्तित करने की रणनीति बनायी जाए। बाबतपुर-काशी की कनेक्टिविटी अच्छी हो गयी है। इसी प्रकार के विकल्पों को दृष्टिगत रखते हुए प्रयागराज से काशी की कनेक्टिविटी को बेहतर किया जाए। रामनगर में गंगा किनारे समानान्तर मार्ग और उससे जुड़े घाटों पर कनेक्टिविटी के विकल्पों पर कार्य किया जाए। नागरिक सुविधा व बेहतर ट्रांसपोर्ट के कार्य सुनिश्चित किए जाएं। एन0एच0 व रिंग रोड के कार्य निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार पूरे किए जाएं। सड़कों की मरम्मत हो, उन्हें गड्ढामुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि गंगा जी की अविरलता और निर्मलता को सुनिश्चित किया जाए। वरुणा नदी में भी प्रदूषण नियंत्रण तथा स्वच्छता सम्बन्धी कार्य किए जाएं। उन्होंने जल निगम को बेहतर कार्यपद्धति अपनाने की बात कही।
मुख्यमंत्री जी ने शहर के अन्तर्गत सभी विधान सभा क्षेत्रों में एक-एक वॉर्ड को मॉडल वॉर्ड के रूप में विकसित किए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि हर घर नल योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त संख्या में प्लम्बर और राज मिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया जाए। इस योजना के तहत टंकी निर्माण, पाइप लाइन बिछाने, कनेक्शन आदि सभी कार्य एक साथ शुरू हों। उन्होंने जल संरक्षण पर बल देते हुए इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की बात कही।
बैठक के दौरान स्पोर्ट्स स्टेडियम, शहर में विद्युतीकरण, इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की प्रगति, वरुणा नदी चैनेलाइजेशन, पिड्रा आई0टी0आई0 निर्माण, क्रूज वोट संचालन, विभिन्न एस0टी0पी0 निर्माण, सीवर लाइनों के निर्माण व जीर्णोद्धार, आई0पी0डी0एस0 फेज-3 के कार्यों आदि की भी विस्तार से समीक्षा हुई है।
बैठक में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्री अनिल राजभर, पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविन्द्र जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि जनपद वाराणसी में 9175.77 करोड़ रुपए की 123 प्रमुख बड़ी परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इनमें से 137.87 करोड़ रुपये की 10 परियोजनाएं गत माह जनवरी में पूर्ण हो चुकी हैं। वर्तमान फरवरी माह में 201.69 करोड़ रुपए की 14 परियोजनाएं पूर्ण हो जाएंगी। साथ ही, मार्च, 2021 में 1166.65 करोड़ रुपए की 28 परियोजनाएं भी पूर्ण हो जाएंगी। इसी वर्ष दिसंबर, 2021 तक 4470.59 करोड़ रुपए की 59 परियोजनाएं के पूर्ण होने की टाइम लाइन निर्धारित है। शेष 3198.97 करोड़ रुपए की 12 परियोजनाएं अगले वर्ष 2022 तक पूर्ण होंगी।
अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग से निर्माणाधीन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर इसी वित्तीय वर्ष मार्च 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। बी0एच0यू0 में नर्सेज हॉस्टल, धर्मशाला, महिला छात्रावास, आई0यू0सी0टी0ई0 भवन, छात्रावास में स्टूडेण्ट एक्टिविटी सेण्टर के निर्माण कार्य अगस्त-सितम्बर, 2021 तक पूर्ण हो जाएंगे। वाराणसी ट्रांसपोर्ट सुविधा का केन्द्र बन रहा है। इससे अन्य जिलों को जोड़ने व शहर के आउटर पेरीफेरी रिंग रोड का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जौनपुर-वाराणसी, आजमगढ़-वाराणसी तथा गाजीपुर-वाराणसी के राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण के कार्य जून-जुलाई 2021 तक पूर्ण हो जाएंगे। वाराणसी रिंग रोड फेज-2, जिसकी लागत 1354.67 करोड़ रुपए है, पर तेजी से कार्य हो रहा है।
कैण्ट से पहुंच मार्ग के चौड़ीकरण, भिखारीपुर से एन0एच0-2 के चौड़ीकरण कार्य 02 माह में पूर्ण हो जाएंगे। कपसेठी-भदोही मार्ग पर आर0ओ0बी0 इसी वर्ष जून में बन जाएगा। आशापुर आर0ओ0बी0 मार्च, 2021 तक पूर्ण करने का समय निर्धारित किया गया है। कालिका धाम पर पुल भी जून तक बन जाएगा। कोनिया-सलारपुर मार्ग 02 माह में तैयार हो जाएगा। बहुउपयोगी फुलवरिया-सेण्ट्रल जेल मार्ग पर 02 आर0ओ0बी0, वरुणा नदी पर पुल तथा फोरलेन सड़क निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, लगभग 57 फीसदी कार्य पूर्ण भी हो चुका है।
श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर कार्य तेजी से हो रहा है, जिसे इसी वर्ष अगस्त, 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। वाराणसी में घर-घर रसोई गैस पाइप लाइन से गैस आपूर्ति की योजना क्रियान्वित है। इसके अन्तर्गत 30,000 घरों में इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा 17,000 घरों में मीटर इंस्टॉलेशन हो चुके हैं। शहर में 10 सी0एन0जी0 स्टेशन कार्यरत हैं तथा 3 नए स्टेशन खोलने का कार्य हो रहा है। वाहन पार्किंग समस्या के निदान हेतु गोदौलिया पर निर्माणाधीन पार्किंग मार्च 2021 में, सर्किट हाउस के पास पार्किंग निर्माण मई 2021 तक, टाऊनहॉल पर पार्किंग सितम्बर, 2021 तक तथा बेनियाबाग पार्क में पार्किंग कार्य नवम्बर, 2021 तक पूर्ण हो जाएंगे। रामनगर चिकित्सालय में आवासों का निर्माण हुआ। पांडेपुर में 50 शैया महिला चिकित्सालय का निर्माण इसी माह पूर्ण हो जाएगा।
वाराणसी स्मार्ट सिटी में तेजी से कार्य हुआ और यह देश में अग्रणी स्थान पर है। मछोदरी स्मार्ट स्कूल मार्च, 2021 तक बन जाएगा। गंगा के 84 घाटों पर एकरूपता से सूचना पट्ट का निर्माण हो रहा है। इससे घाटों की सुंदरता बढ़ेगी और इनकी पौराणिकता एवं उसके धार्मिक महत्व से आने वाले देशी एवं विदेशी पर्यटक रूबरू हो सकेंगे। स्वच्छता, सुंदरता व जन उपयोगिता हेतु शहर के विभिन्न तालाबों यथा-पांडेपुर, चकरा, सोनभद्र, नदेसर, चितईपुर का सौन्दर्यीकरण कार्य जून, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत शहर के पार्कों व वॉर्डों का सौन्दर्यीकरण कराकर शहर को सुंदर व सुविधायुक्त बनाया जा रहा है। यातायात नियंत्रण, कानून व्यवस्था पर पैनी नजर रखने, किसी प्रकार की ऑफ द रूल्स गतिविधि पर नजर रखने एवं उसे पकड़ने के लिए पूरे शहर के चौराहों, प्रमुख स्थलों पर 720 एडवांस सर्विलांस कैमरे लगाए जा रहे हैं। दशाश्वमेध घाट के पुनर्विकास एवं खिड़कियां घाट का पुनर्विकास कार्य हो रहा है, जो यहां की यादगार होगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में इस वर्ष 7,734 आवास बनाए जाएंगे। इसमें से 1,940 आवास बन चुके हैं। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में इस वर्ष 612 आवास बनाए जाएंगे तथा गत वर्ष 1,944 आवास बनाए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत गत वर्ष व इस वर्ष में 17,859 आवासों का निर्माण किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 18,905 शौचालयों तथा 694 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है।