लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद गाजीपुर के भ्रमण के दौरान आगामी 29 दिसम्बर, 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रस्तावित कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अपने जनपद भ्रमण कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री जी ने स्वामी सहजानन्द महाविद्यालय में रोजगार मेले का शुभारम्भ किया। उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्याें का निरीक्षण भी किया। विकास भवन में आहूत एक बैठक में उन्होंने गाजीपुर जनपद में संचालित विकास कार्याें की प्रगति की समीक्षा की।
प्रधानमंत्री जी के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत मुख्यमंत्री जी ने सभा स्थल सहित अन्य सम्बन्धित बिन्दुओं पर वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।
गाजीपुर जनपद में विकास कार्याें की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के वंचित और कमजोर वर्गाें के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। मुसहर समुदाय सहित समाज के निर्बल और निर्धन वर्गाें के उत्थान के लिए अनेक शासकीय योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं के संचालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता के प्रति जितने संवेदनशील होंगे, जनता को सरकारी सेवाओं और सुविधाओं से उतनी ही संतुष्टि प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि पात्रता की श्रेणी मे आने वाले सभी व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किया जाएं। यदि कोई जरूरतमन्द व्यक्ति प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्रता मानकों में नहीं आता, तो ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से आवास उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विभागीय कार्याें को सही ढंग से संचालित करें। उन्होंने सभी कार्यालयों मे साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में जनपद के लिए नामित नोडल अधिकारी से नियमित निरीक्षण कराया जाएगा। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि साफ-सफाई व्यक्ति के व्यक्तित्व को परिलक्षित करती है, इसलिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिए कि समस्त नोडल अधिकारी खाद्यान्न वितरण की सुगम व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। इसमें कोई पात्र व्यक्ति छूटने न पाए। दिव्यांगजन, वृद्धावस्था तथा निराश्रित विधवा पेंशन के कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि निवास, जाति तथा आय प्रमाण-पत्रों को समयबद्ध ढंग से जारी किया जाए। राजस्व, भूमि, वरासत के मामलों को लम्बित न रखा जाए। इसका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए।
जिला मुख्यालय पर निरीक्षण एवं बैठक के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने कासिमाबाद मंे पूर्वान्चल एक्सपे्रस-वे के कार्याें का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके उपरान्त उन्हांेने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि यह एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल क्षेत्र के विकास की नीव बनने जा रहा है। पूर्वान्चल की आर्थिक प्रगति में यह एक्सप्रेस-वे मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना प्रदेश व देश की राजधानियों को प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र से जोड़ने का काम करेगी। इस एक्सपे्रस-वे को बिहार राज्य के बक्सर तक ले जाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा 14 जुलाई, 2018 को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया गया था। 341 कि0मी0 लम्बे इस एक्सप्रेस-वे का कार्य युद्धस्तर पर प्रारम्भ हो चुका है। उन्होंनेे प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि परियोजना के लिए प्रत्येक सम्बन्धित किसान की भूमि के मुआवजे का भुगतान सुनिश्चित कराया जाए। एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान भारी वाहनों से क्षतिग्रस्त होने वाले मार्गाें की मरम्मत प्राथमिकता पर करायी जाए।